जम्मू| जम्मू में सेना के एक शिविर पर संदिग्ध आतंकवादी हमले को विफल किए जाने के बाद सुरक्षा बलों ने आज जम्मू में एक वृहद तलाशी अभियान शुरू किया. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. इससे तीन दिन पहले जैश-ए-मोहम्मद संगठन द्वारा सुंजवां सैन्य स्टेशन पर किए गए घातक हमले में सात लोगों की मौत हो गई थी.
जम्मू के सैन्य प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने पीटीआई को बताया, ‘‘एक हमले (शिविर पर) को नाकाम कर दिया गया और आतंकवादी फरार हो गए.’’ एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि माना जा रहा है कि मोटरसाइकिल पर सवार दो आतंकवादी सुबह साढे़ चार बजे जम्मू-अखनूर मार्ग पर दोमाना कैंप के मुख्य द्वार तक पहुंच गए थे. सुरक्षा अधिकारियों ने उन्हें रूकने का संकेत दिया तो उन्होंने संतरी चौकी पर गोली चला दी जिसके बाद सुरक्षा अधिकारियों ने जवाबी कार्रवाई की.
अधिकारी ने बताया, ‘‘जांच शुरू कर दी गई है और फरार आतंकवादियों का पता लगाने के लिए एक तलाशी अभियान जारी है.’’ साथ ही उन्होंने बताया कि इलाके में अलर्ट जारी कर दिया गया है. शनिवार को जम्मू के सुंजवां इलाके में पाकिस्तानी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के हथियारबंद आतंकियो ने सेना के शिविर पर हमला कर दिया था जिसके बाद दोनों और से गोलीबारी शुरू हो गई थी.
इस घटना में छह सैनिक शहीद हो गए थे जबकि एक नागरिक की मौत हो गई थी. सुरक्षा बलों ने तीन आतंकियों को भी मार गिराया था. हमले के बाद हालात का जायजा लेने के लिए कल रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने जम्मू का दौरा किया था. उन्होंने हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि उसे इसकी कीमत चुकानी होगी. सीतारमण से पूछा गया था कि क्या भारत सरकार पाकिस्तान के साथ सबूत साझा कर रही है तब उन्होंने कहा ‘‘हां.’’
उन्होंने कहा ‘‘हां, सभी सबूत एकत्र करने के बाद सिलसिलेवार किए जाएंगे और उन्हें हमेशा की तरह ही पाकिस्तान को दिया जाए. लेकिन एक के बाद एक सबूत देने के बावजूद पाकिस्तान ने कोई कार्रवाई नहीं की.’’ श्रीनगर के करन नगर इलाके में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच एक और मुठभेड़ शुरू होने के बाद उनका यह दौरा हुआ था. सीआरपीएफ के एक अधिकारी ने आज सुबह बताया कि यह मुठभेड़ अब भी जारी है.