छेड़छाड़ के विरोध पर छात्रा को फेंका ट्रेन के आगे, सीएम योगी दिखाई मामले पर सख्ती

बरेली में दिल दहलाने वाली वारदात हुई है। छेड़खानी का विरोध करने पर छात्रा को दो शोहदों ने ट्रेन के सामने फेंक दिया, ट्रेन की चपेट में आने से उसके एक हाथ और दोनों पैर कट गए। मामले में दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही सीएम योगी ने भी मामले में सख्ती दिखाई है। एसएसपी ने थाने के इंस्पेक्टर समेत तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है।

बरेली के सीबीगंज क्षेत्र में दिल दहलाने वाली वारदात हुई है। छेड़खानी का विरोध करने पर कोचिंग से घर लौट रही छात्रा को दो शोहदों ने ट्रेन के आगे फेंक दिया, जिससे उसका एक हाथ और दोनों पैर कट गए। उसकी कई हड्डियां भी टूट गई। अस्पताल में भर्ती छात्रा की हालत चिंताजनक बनी हुई है।

इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया है। मामले में अफसरों ने मौके पर जाकर पीड़ित परिवार से बात कर कार्रवाई का निर्देश दिया। बुधवार सुबह कमिश्नर सौम्या अग्रवाल, आईजी राजेश कुमार सिंह, डीएम रविंद्र कुमार और एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान ने अस्पताल जाकर परिवार और डॉक्टरों से बात की। सीबीगंज इंस्पेक्टर अशोक कम्बोज, हल्का इंचार्ज नितेश कुमार और दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया। साथ ही विभागीय जांच के आदेश दिए हैं।

इस मामले में एसएसपी ने थाने के इंस्पेक्टर समेत तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। पुलिस ने आरोपी युवक और उसके पिता को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, शासन की ओर से पीड़ित परिवार को पांच लाख रुपए सहायता राशि प्रदान की गई।

सीबीगंज थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली इंटर की छात्रा शाम को सीबीगंज में कोचिंग पढ़ने जाती है। उसके अधिवक्ता चाचा के मुताबिक उसके आने-जाने के दौरान एक युवक और उसका साथी उससे छेड़छाड़ करते थे। छात्रा से जानकारी मिलने पर परिजनों ने आरोपियों के घर वालों से शिकायत की, मगर वे दोनों नहीं माने।

ये भी पढ़ें- UP: अशरफ का साला सद्दाम बरेली से बदायूं जेल में शिफ्ट, आतिन को रामपुर भेजा गया; इसलिए हुई ये कार्रवाई

मंगलवार को भी कोचिंग गई थी। शाम को लौटने के वक्त वह खड़ौआ रेलवे क्रॉसिंग के पास लहूलुहान हालत में मिली। उसके दोनों पैर कटे हुए थे। जानकारी करने पर पता चला कि उन्हीं दोनों युवकों ने उसे रास्ते में रोककर छेड़छाड़ की। विरोध करने पर उसे ट्रेन के आगे फेंककर जान लेने की कोशिश की।

पुलिस ने उसे इज्जतनगर क्षेत्र के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। वहां रात में उसका ऑपरेशन किया गया। अभी यह नहीं कहा जा सकता कि छात्रा को ट्रेन के आगे फेंका गया या कुछ और हुआ। तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर जांच की जाएगी।
दो महीने से परेशान कर रहा था शोहदा

जिस छात्रा के साथ घटना हुई, वह पिछड़ी जाति के परिवार से ताल्लुक रखती है। उसकी ताई इस समय गांव की प्रधान हैं। गांव निवासी एक युवक उसे करीब दो महीने से परेशान कर रहा था। वह अपने दोस्तों के साथ अक्सर रास्ते में उसे रोक लेता था। छात्रा के साथ ही अन्य लोगों ने उसकी शिकायत परिजनों से की।

बताते हैं कि शुरू में छात्रा के परिजनों ने अपने परिवार में प्रधानी होने की वजह से शिकायत से बचाव किया पर सिर के ऊपर से पानी गुजरने पर आरोपी के परिजनों से शिकायत की। उन्होंने इस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया। परिवार ने पुलिस से भी शिकायत की पर सीबीगंज थाना पुलिस ने गांव में जाकर जांच पड़ताल करना भी मुनासिब नहीं समझा।
इसका नतीजा ये हुआ कि छात्रा अब जीवन के लिए संघर्ष कर रही है। अब छात्रा का परिवार भी अफसोस कर रहा है कि समय रहते ही अधिकारियों से शिकायत क्यों नहीं की गई। छात्रा के अधिवक्ता चाचा ने बताया कि उन्हें इस तरह की घटना का जरा भी आभास नहीं था।

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com