छत्तीसगढ़ में छह माह बाद विधानसभा चुनाव होने हैं, लेकिन चुनावी बिसात अभी से बिछ चुकी है। अब छोटे-बड़े सभी राजनीतिक दल पासा फेंकने को तैयार हैं। मई के पहले या दूसरे हफ्ते से भाजपा और कांग्रेस समेत सभी राजनीतिक दल चुनावी रणनीति को अंजाम देने के लिए मैदान में उतर जाएंगे। मतलब, अगले एक पखवाड़े में प्रदेश पूरी तरह से चुनावी रंग में रंग जाएगा। प्रत्याशियों का तो नहीं, लेकिन राजनीतिक दलों का प्रचार-प्रसार, आरोप-प्रत्यारोप और जोर पकड़ लेगा। सत्तारूढ़ दल (भाजपा) अपने 14 साल के कामकाज की ब्रांडिंग करेगा तो विपक्षी दल उसकी योजनाओं और कामकाज में कमियां अलग-अलग तरीके से गिनाकर समीकरण बिगाड़ने की पूरी कोशिश करेंगे। मतलब, चुनावी बिसात तो एक है, लेकिन दलों की चाल अलग-अलग होगी।
यात्राओं के भरोसे फिर सत्ता पाना चाहती है भाजपा
भाजपा यात्राओं के भरोसे चौथी बार सत्ता पाने की कोशिश में है। चुनाव के पहले मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह विकास यात्रा पर निकलते हैं, जिसका समय आ गया है। पार्टी के नेताओं का कहना है कि विकास यात्रा भाजपा की विजय का ब्रह्मास्त्र है। विकास यात्रा का खाका तैयार हो गया है। पहले चरण की विकास यात्रा 11 मई से 11 जून तक चलेगी, जिसकी शुरुआत दंतेवाड़ा से होगी। दूसरे चरण की विकास यात्रा अगस्त में शुरू की जाएगी, जो कि आचार संहिता लगने तक चलेगी। इसके पहले मुख्यमंत्री लोक सुराज अभियान चला चुके हैं और पार्टी के विधायक व नेता जनसंपर्क यात्रा कर चुके हैं। कुछ मंत्री और नेता एक मई से फिर जनसंपर्क यात्रा शुरू करने जा रहे हैं।
सरकार बनाने के लिए कांग्रेस का संकल्प शिविर
कांग्रेस की चुनावी रणनीति का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा बूथ मैनेजमेंट है। पहली बार बूथ कमेटी बनाई जा रही है और बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को शिविर लगाकर चुनावी प्रशिक्षण दिया जा रहा है। साथ ही, कार्यकर्ताओं को संकल्प दिलाया जा रहा है कि इस बार प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनानी है। दुर्ग संभाग में 20 विधानसभा सीटें हैं, जिसमें से 11 में दो मई से संकल्प शिविर लगेगा। पार्टी के तमाम बड़े नेता न केवल शिविर में जुटेंगे, बल्कि कार्यकर्ताओं में उत्साह भरने का भी काम करेंगे। सरकार की जनविरोधी नीतियों को घर-घर पहुंचाने का प्रशिक्षण देंगे। पार्टी अभी मैदानी इलाकों को कसने में लगी है। इसके पहले बिलासपुर संभाग को फोकस किया था।
बसपा लोकसभा क्षेत्रवार कार रैली निकलेगी
बहुजन समाज पार्टी सभी सीटों से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। पार्टी सुप्रीमो मायावती खुद इस बार छत्तीसगढ़ को लेकर गंभीर हैं। इस कारण उन्होंने एक-दो नहीं, उत्तरप्रदेश के पांच नेताओं को छत्तीसगढ़ का चुनाव प्रभारी बनाया है, जिनका लगातार दौरा जारी है। बसपा एक मई से सत्ता प्राप्त करो कार यात्रा शुरू करने जा रही है। जांजगीर लोकसभा क्षेत्र से शुरू होने वाली यात्रा बिलासपुर लोकसभा क्षेत्र के अंतिम छोर पर जाकर खत्म होगी। यह बेल्ट अनुसूचित जाति बहुल है। कार यात्रा के दौरान रूट पर पड़ने वाले हर विधानसभा क्षेत्र में दो-दो जगहों पर सभा भी की जाएगी, कार यात्रा के साथ एक रथ भी चलेगा।
‘मिशन साथ दो (72)” का आगाज करेगी जनता कांग्रेस
पहली बार चुनावी मैदान में उतर रही जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ अपनी पार्टी के सुप्रीमो अजीत जोगी के जन्मदिन 29 अप्रैल से ‘मिशन साथ (72)” का आगाज करने जा रही है। जोगी इसी दिन हर विधानसभा क्षेत्र के लिए अलग-अलग चुनावी घोषणापत्र भी जारी करेंगे। इसके बाद सात मई से सात जुलाई तक पार्टी पदाधिकारी कार्यकर्ता 20 हजार गांवों में हमर संग जोगी कैम्प लगाएंगे। घर-घर जाकर सरकार बनने के बाद काबिज जमीन का जोगी पट्टा देने, जॉब गारंटी का वादा करके पंजीकरण, प्रदेश का जल छत्तीसगढ़ियों के लिए, पूर्ण शराबबंदी का वादा किया जाएगा। हर बूथ में जोगी महिला वाहिनी का भी गठन होगा।