जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने मंगलवार को मोबाइल सेवा प्रदाताओं को घाटी में एसएमएस सेवा शुरू करने की अनुमति दे दी। इससे लोग और खासकर व्यापारी वर्ग विभिन्न बैंकों से संदेश हासिल कर सकें गे। मोबाइल उपभोक्ता अब मशीन जनरेटेड संदेश हासिल कर सकेंगे। वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) भी प्राप्त कर सकेंगे। उपभोक्ताओं को अपने मोबाइल से एसएमएस भेजने की सुविधा नहीं उपलब्ध होगी।
घाटी में 72 दिनों बाद 14 अक्टूबर को पोस्टपेड मोबाइल फोन बहाल किए जाने के कुछ ही घंटे बाद एहतियातन एसएमएस सेवाएं बंद कर दी गई थीं। सेना ने तब दावा किया था कि आतंकियों की ओर से लोगों को भड़काने के लिए एसएमएस सेवा का इस्तेमाल किया जा रहा है।
केंद्र द्वारा संविधान के अनुच्छेद 370 के प्रावधान निरस्त किए जाने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के बाद 5 अगस्त को मोबाइल कनेक्शन निलंबित कर दिए गए थे।
अब भी 25 लाख से अधिक प्रीपेड मोबाइल, इंटरनेट सेवा तथा व्हाट्सएप निलंबित हैं। 17 अगस्त से धीरे-धीरे लैंडलाइन सेवा बहाल की जाने लग। चार सितंबर को 50 हजार लैंडलाइन को बहाल कर दिया गया। जम्मू में मध्य अगस्त में मोबाइल इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गई थी, लेकिन 18 अगस्त को दोबारा से यह सुविधा बंद कर दी गई।