मुकेश अंबानी के घर के बाहर मिली संदिग्ध कार के मामले में गिरफ्तार किए गए सचिन वाजे ने बॉम्बे हाई कोर्ट का रुख किया है। सचिन वाजे ने कोर्ट ने गिरफ्तारी के खिलाफ याचिका दायर की और इस गिरफ्तारी को अवैध करार दिया है। हालांकि कोर्ट ने सचिन वाजे का याचिका को स्वीकार कर लिया है लेकिन सुनवाई की तारीख को अभी स्पष्ट नहीं किया है।
इसके अलावा राष्ट्रीय जांच एजेंसी इस मामले की जांच कर रही हैं कि क्या उस हादसे की रात मुंबई पुलिस अधिकारी सचिन वाजे मौके पर मौजूद थे। इसके अलावा एजेंसी इस बात की भी जांच कर रही है कि जो शख्स सीसीटीवी फुटेज में पीपीई किट पहने हुए दिखा है, क्या वो सचिन वाजे हैं या नहीं। एजेंसी अभी सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। बता दें कि दिग्गज उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर संदिग्ध स्कॉर्पियो पार्क की हुई थी, जिसमें जिलेटिन की 20 छड़ें मिली थीं।
वहीं इस मामले पर संजय राउत ने शिवसेना के मुखपत्र सामना में मोदी सरकार और केंद्रीय एजेंसियों पर निशाना साधा है। संजय राउत ने लिखा कि महाराष्ट्र सरकार ने वाजे का ट्रांसफर कर पूरे मामले की जांच एटीएस को सौंप दी थी। उन्होंने आगे लिखा कि यह जांच चल ही रही थी कि केंद्र ने एनआईए को भेज दिया।
संजय राउत ने आगे लिखा कि महाराष्ट्र के किसी मामले में टांग अड़ाने का मौका मिले तो केंद्र सरकार और एजेंसियां पीछे कैसे रह सकती हैं? संजय राउत ने आगे लिखा कि वाजे की गिरफ्तारी के बाद भाजपा को जो आनंद मिला है, उसका वर्णन करने के लिए शब्द कम पड़ जाएंगे। संजय राउत ने लिखा कि इस तरह केंद्रीय एजेंसी को तुरंत जांच के लिए भेज देना मुंबई पुलिस को हतोत्साहित करना और महाराष्ट्र में अस्थिरता बनाने जैसा है।
संजय राउत ने आगे लिखा कि मुंबई पुलिस पेशेवर और सक्षम है और उस पर दवाब नहीं डाला जा सकता। संजय राउत ने सामना मुखपत्र में सवाल करते हुए लिखा कि क्या कोई मुकेश अंबानी को बचाव के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है?
संजय राउत ने आगे लिखा कि कुछ महीने पहले वाजे ने रायगढ़ पुलिस की मदद से भाजपा के ‘महंत’ अर्नब गोस्वामी को अन्वय नाईक आत्महत्या मामले में गिरफ्तार किया था। उस समय ये लोग गोस्वामी का नाम लेकर रो रहे थे और वाजे को श्राप दे रहे थे।
संजय राउत ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी के बाद से वाजे भाजपा और केंद्र की हिटलिस्ट में थे। उन्होंने आगे लिखा कि एनआईए का दस्ता वहां गया क्यां, जहां अब भी विस्फोटकों का जखीरा मिल रहा है? बता दें कि सचिन वाजे 14 मार्च से लेकर 25 मार्च तक एनआईए की हिरासत में रहेंगे।