जनवरी 2018 में गणतंत्र दिवस पर तिरंगा यात्रा के दौरान हुई हिंसा को लेकर पुलिस कड़ी सतर्कता बरत रही है। आने वाले गणतंत्र दिवस पर पुलिस सोशल मीडिया और आंतरिक रूप से टिप्पणी करने वालों पर कड़ी निगरानी कर रही है।
पुलिस ने टीमें गठित कर दी हैं। यह टीमें सभी सोशल साइट्स पर प्रतिदिन नजर रखेंगी। यदि किसी ने आपत्तिजनक पोस्ट की तो पुलिस उसके खिलाफ अराजकता का माहौल पैदा करने के मामले में कार्रवाई करेगी।
विगत 26 जनवरी 2018 को जब कासगंज में गणतंत्र दिवस का जश्र मनाया जा रहा था उस समय तिरंगा यात्रा के दौरान दो समुदायों में विवाद हो गया था। इस दौरान गोली लगने से एक युवक की मौत हुई थी और एक युवक घायल हुआ था। इसके बाद शहर में हिंसा भड़क गई।
पुलिस प्रशासन ने कड़ी मशक्कत के बाद बवाल पर काबू पाया। तब से पुलिस गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस पर विशेष सतर्कता बरत रही है। पारंपरिक आयोजनों को छोड़कर किसी भी नए आयोजन की अनुमति नहीं दी जा रही।
अब पुलिस ने जब सख्ती दिखाई तो लोग खुलकर नए आयोजनों के लिए सामने तो नहीं आ रहे, लेकिन पुलिस को जानकारी मिली है कि अंदरखाने लोग तिरंगा यात्रा की चर्चा कर रहे हैं।
भले ही अभी सोशल मीडिया पर इस संबध में टिप्पणी पुलिस के संज्ञान में नहीं आई है, लेकिन पुलिस ने तब भी सोशल मीडिया की निगरानी बढ़ा दी है। इसके लिए पुलिस के तकनीकि सेल में टीमें गठित कर दी गई हैं। यह टीमें प्रतिदिन सोशल मीडिया की निगरानी कर रही हैं।
पुलिस ने स्पष्ट कर दिया है कि यदि किसी ने सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट शेयर की तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
गणतंत्र दिवस को लेकर खुफिया तंत्र भी सक्रिय हो गया है। खुफिया विभाग ने शहर के गली मोहल्लों से लेकर गांव तक मुखबिरों का जाल बिछा दिया है। जिससे कि यदि कहीं कोई आपत्तिजनक टिप्पणी हो या नए आयोजन की तैयारी की जा रही हो तो खुफिया विभाग समय रहते पुलिस को सूचना दे सके।
– सोशल मीडिया की निगरानी के लिए टीमें गठित कर दी गई हैं। यह टीमें प्रतिदिन निगरानी कर रही हैं। यदि किसी ने आपत्तिजनक टिप्पणी की तो उसे जेल भेजा जाएगा- आरके तिवारी, क्षेत्राधिकारी शहर।
– गणतंत्र दिवस को लेकर पूरी तैयारी की गई है। प्रशासन सतर्कता बरत रहा है। किसी को नए आयोजन की कोई अनुमति नहीं दी जाएगी। लोग शांति का संदेश देकर सहयोग करें- उपजिलाधिकारी ललित कुमार