“वैश्यालय की जिंदगी और बदनामी का दाग”, यह शायद आज हर एक वैश्या की कहानी बन गई है. देश की राजधानी दिल्ली भी इस दाग से अछूती नहीं रह गई है. जी हाँ, दिल्ली के दामन में दाग लगाने का काम करता है जीबी रोड पर चल रहा वैश्यालय का बाजार. यहाँ का वैश्यालय ना केवल एक बड़े लेवल पर काम कर रहा है बल्कि यह देश के सबसे बड़े बाजारों में से भी एक है. यहाँ वेश्याए खुले तौर पर कौड़ियों के भाव में अपने जिस्म का सौदा करती है.
जीबी रोड पर लगती हैं कौडियों में बोली
ऐसा नहीं है कि सरकार या पुलिस को इस बारे में पता नहीं है और वे इसे रोकने को कुछ नहीं करते है. कई बार यहाँ पुलिस की रेड भी देखने को मिलती है. पुलिस आती है और कई लड़कियों को इकट्ठा करती है, उन्हें चेक करती है. लेकिन अचरज की बात यह है कि ये सब भी यहाँ जानते है कि पुलिस के आने पर उन्हें क्या करना है और पुलिस से क्या बात करना है.
यहाँ तक की पुलिस को भी इस बारे में पता होता है कि उन्हें कहाँ तलाशी लेना है. इसके बाद अगला दिन फिर एक नई सुबह के साथ शुरू होता है और फिर से वही जिस्म का सौदा कौड़ियों के भाव में शुरू हो जाता है. फिर लड़कियां उन खिड़कियों से झांकते हुए अपने ग्राहकों को आवाज़ लगाने लग जाती है. अपने चेहरे को मेकअप से ढंककर बाहर आती है और दरवाज़े पर खड़ी हो जाती है अपने चेहरे पर एक लुभाती मुस्कराहट के साथ.