कोरोना के कहर के बीच ट्रंप का सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया में सहयोग न करना अमेरिकी नागरिकों के लिए जानलेवा साबित होगा : जो बाइडन

अमेरिका में कोरोना का कहर बढ़ता ही जा रहा है। इस बीच राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पद छोड़ने को लेकर अड़ियल रुख अपनाए हुए हैं। बता दें कि चुनावी नतीजों में जो बाइडन को बहुमत मिला है। बहरहाल, बाइडन ने इसे लेकर ट्रंप पर निशाना साधा है।

उन्होंने कहा कि ट्रंप के अड़ियल रुख के चलते कोरोना और भी अमेरिकी लोगों की जान ले सकता है। बाइडन का कहना है कि यदि ट्रंप सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया में सहयोग नहीं करते हैं तो यह और भी कई अमेरिकी नागरिकों के लिए जानलेवा साबित होगा।

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में विजयी हुए जो बाइडन ने अपने बयान में आगाह करते हुए कहा कि अगर मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया में सहयोग नहीं करते हैं और भी घातक है। यदि ट्रंप वाकई घातक कोरोना वायरस महामारी से निपटने की राह में बाधा डालते हैं तो कई और अमेरिकियों की जान जा सकती है।

बता दें कि मीडिया ने डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार बाइडन को तीन नवंबर को हुए राष्ट्रपति चुनाव की मतगणना में जीता हुआ दिखाया है। बाइडन के पास इलेक्टोरल कॉलेज के 306 वोट हैं, जो जीतने के लिए आवश्यक 270 से अधिक है। हालांकि, रिपब्लिकन उम्मीदवार ट्रंप ने चुनाव में धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए कई निर्णायक राज्यों में कानूनी लड़ाई शुरू की है।

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हार नहीं स्वीकार करने और उनके प्रशासन द्वारा हस्तांतरण प्रक्रिया में सहयोग से इनकार के संबंध में पूछे गए एक सवाल के जवाब में बाइडन ने सोमवार को अपने गृह राज्य डेलावेयर में कहा कि अगर हम तालमेल नहीं बिठाते हैं तो और अधिक लोगों की मौत हो सकती है।

अमेरिकी सरकार की एजेंसी-सामान्य सेवा प्रशासन (जीएसए)- जो सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया शुरू करती है, उसने अभी तक बाइडन और कमला हैरिस को विजेता के तौर पर मान्यता नहीं दी है। इस एजेंसी के प्रमुख ट्रंप प्रशासन की ओर से नियुक्त किए गए व्यक्ति हैं।

उन्होंने कहा कि टीका महत्वपूर्ण है और जब तक आपको टीका नहीं दिया जाता तब तक इसका कोई महत्व नहीं है। कैसे अमेरिका को टीका मिलेगा और कैसे 30 करोड़ अमेरिकी लोगों को टीका लगाया जाएगा, इसके लिए क्या योजना है, यह एक सवाल है। इससे निपटने में विश्व स्वास्थ्य संगठन और दुनिया के बाकी देशों के साथ भी काम करना होगा।

उन्होंने कहा कि अगर इसके लिए अगले साल 20 जनवरी तक प्रतीक्षा करनी पड़ी (राष्ट्रपति शपथ ग्रहण समारोह) तो अमेरिका करीब डेढ़ महीने पीछे रह जाएगा। अमेरिका में कोविड-19 के मामलों में हाल के दिनों में काफी बढ़ोतरी हुई है। दैनिक नए मामलों में काफी उछाल आया है। 

प्रकोप शुरू होने के बाद पहली बार एक दिन में 1,60,000 से अधिक मामले आए हैं। अमेरिका में 2,47,000 से अधिक लोगों की बीमारी के कारण मौत हो चुकी है। अमेरिका के शीर्ष संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. एंथनी फौसी ने भी आगाह किया है कि सर्दियों में देश की स्थिति बहुत ही खराब हो सकती है।

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