केदारनाथ में खराब मौसम के चलते उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत धाम में फंस गए हैं। वहां लगातार बारिश और बर्फबारी के चलते हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर पा रहा है। ऐसे में इन नेताओं को मौसम साफ होने का इंतजार है। मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए प्रशासन ने केदारनाथ जाने वाले यात्रियों को सोनप्रयाग व गौरीकुंड में रोक दिया है।
वहीं बारिश के चलते ओजरी दबारकोट के पास मलबा आने से यमुनोत्री हाईवे बंद हो गया है। बदरीनाथ हाईवे भी लामबगड़ में अवरूद्ध हो गया है। जिससे धाम जा रहा यात्रियों का काफिला रोक दिया गया है। केदारनाथ में पूर्व सीएम हरीश रावत के साथ सांसद प्रदीप टम्टा और विधायक मनोज रावत भी फंस गए हैं। मंगलवार को तड़के बदरीनाथ में बारिश और बर्फबारी का दौर जारी है। वहीं केदारनाथ धाम में भी बर्फबारी जारी है। केदारनाथ धाम में करीब तीन हजार यात्री, ड्यूटी अधिकारी/कर्मचारी व कार्यदायी संस्थाओं के लोग मौजूद हैं।
चारधाम सहित गढ़वाल मंडल के साथ ही कुमाऊं के कई इलाकों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है। हेमकुंड में भी बर्फबारी के चलते यात्रा की तैयारियों के कार्य ठप पड़े हैं। मौसम विभाग के अलर्ट के मुताबिक देहरादून राज्य के अधिकतर जिलों में सोमवार देर रात मौसम का मिजाज बिगड़ा और तेज हवाएं चली। इस दौरान बिजली आपूर्ति को ऐहतियातन बंद कर दिया गया। तेज हवाओं के बाद उत्तराखंड के अधिकांश हिस्सों में बारिश शुरू हो गई। किसी भी क्षेत्र में अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। देहरादून, उत्तरकाशी, टिहरी, रुद्रप्रयाग, चमोली, हरिद्वार, अल्मोड़ा और बागेश्वर में 12वीं तक स्कूलों में अवकाश घोषित किया गया है।
केदारनाथ में लगातार बारिश और बर्फबारी के चलते तीन ईंच से अधिक बर्फ
केदारनाथ में लगातार बारिश और बर्फबारी के चलते तीन ईंच से अधिक बर्फ जम गई है। सोमवार को केदारनाथ में सुबह से ही मौसम का मिजाज बिगड़ा रहा। सुबह 10 बजे के बाद शुरू हुई बारिश और बर्फबारी करीब साढ़े पांच घंटे तक जारी रहा। मौसम खराब होने बावजूद बाबा केदार के भक्तों के उत्साह में कमी नहीं आई। श्रद्धालु बरसाती ओढ़कर अपनी बारी का इंतजार करते रहे।
खराब मौसम के चलते केदारनाथ के लिए संचालित हेलीकॉप्टर सेवा भी साढ़े पांच घंटे प्रभावित रही। प्रात: छह बजे से गुप्तकाशी, फाटा व शेरसी हेलीपैड से सात हेली कंपनियों के हेलीकॉप्टर धाम के लिए उड़ान भरने लग गए थे, लेकिन 10 से दोपहर बाद 3.30 बजे तक खराब मौसम के कारण हेली सेवा बंद रही।
चमोली जिले में सोमवार अपराह्न आंधी-तूफान से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। जगह-जगह पेड़ टूटने से विद्युत व्यवस्था तहस-नहस हो गई। बदरीनाथ हाईवे पर पीपलकोटी में पेड़ टूटने से करीब सवा घंटे यात्रा वाहनों की आवाजाही ठप रही।
चमोली से तीन किमी आगे क्षेत्रपाल में तेज आंधी-तूफान के दौरान पेड़ की टहनी सिर पर गिरने से दो तीर्थयात्री चोटिल हो गए। उधर, हेमकुंड साहिब यात्रा की तैयारियों में भी मौसम रोड़ा बन रहा है। रविवार को हेमकुंड साहिब के लिए रवाना हुई गुरुद्वारा प्रबंधन की टीम को बारिश-बर्फबारी के चलते अटलाकुड़ी से लौटना पड़ा।