अब दिल्ली के खिलाड़ियों को भी सरकारी नौकरी मिलेगी। इसके लिए दिल्ली सरकार ने खिलाड़ियों के लिए बनाई गई नीति में संशोधन किया है। सोमवार को कैबिनेट की बैठक में खिलाड़ियों के लिए बनाई गई नीति में संशोधन को मंजूरी दे दी है। एक महीने में इसके लिए बाकायदा नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा। बताया जा रहा है कि अब तक जो सम्मान राशि दी जाती थी, उसमें भी सरकार ने इजाफा किया है।
अब दिल्ली सरकार अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीतने वाले खिलाड़ी को 50 लाख, सिल्वर मेडल जीतने वाले खिलाड़ी को 75 लाख और स्वर्ण पदक जीतने वाले खिलाड़ी को एक करोड़ का पुरस्कार देगी। इस मुद्दे पर पिछले काफी समय से दिल्ली सरकार खिलाड़ियों के साथ राजनीति दलों के भी निशाने पर थी।
इससे पहले सितंबर महीने में नेब सराय में एशियाड पदक विजेताओं के सम्मान में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस बात की घोषणा भी की थी कि जल्द ही खिलाड़ियों के लिए बनाई गई नीति में संशोधन किया जाएगा। केजरीवाल ने कहा था कि दिल्ली सरकार जल्द ही इस प्रक्रिया को पूरा करेगी।
जानकारी के मुताबिक, सरकार ने तय किया है कि विशेष समिति खेल प्रतिभाओं को चिह्नित करेगी। उनको बचपन से ही आर्थिक मदद दी जाएगी, ताकि बेहतर प्रशिक्षक की मदद से वे आगे बढ़ सकें।
केजरीवाल ने कहा था कि सरकार ने खिलाड़ियों के लिए डेढ़ साल पहले ही नीति बनाई थी, लेकिन एलजी ने उनकी बनाई नीति की फाइल वापस कर दी थी।
दिल्ली सरकार बच्चों की प्रतिभा भी निखारेगी
यहां पर बता दें कि दिल्ली सरकार ने 14 साल से कम उम्र के प्रतिभाशाली खिलाड़ी के लिए हर साल दो लाख की सहायता राशि देने का फैसला किया है। इसका निर्णय खिलाड़ियों की विशेष समिति करेगी। इसी प्रकार 14-17 साल की उम्र में उसको आने जाने व खेलने के लिए 3 लाख रुपये, 17 से ऊपर की उम्र में देश व दिल्ली का नाम रोशन करता है और रैकिंग में है तो ऐसे खिलाड़ियों को हर साल 16 लाख रुपये की मदद दी जाएगी।