कानपुर। शहर में एक बार फिर बैंक की सुरक्षा व्यवस्था में लापरवाही का फायदा चोरों ने उठाया। चकेरी क्षेत्र में तीन आटोमेटेड ट्रेलर मशीन (एटीएम) काटकर नकाबपोश चोरों के गिरोह ने 15.62 लाख रुपये पार कर दिए। एक घंटे के भीतर चोरों ने गैस कटर की मदद से एटीएम काट डाले और पुलिस को भनक तक न लगी। एसएसपी अखिलेश कुमार ने फोरेंसिक व स्वाट टीम के साथ मौके पर छानबीन की। पुलिस को घटना में स्थानीय एटीएम हैकर व चोरों पर शक है। करीब डेढ़ दर्जन संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। गश्त में लापरवाही मिलने पर एसएसपी ने नाइट अफसर व छह सिपाहियों को निलंबित कर दिया है।
मंगलवार देर रात दो नकाबपोश चोरों ने शिवकटरा मोड़ पर स्थित यूनियन बैंक का एटीएम गैस कटर से काटकर करीब 9 लाख 65 हजार रुपये चोरी कर लिए। इसके बाद डिफेंस कालोनी स्थित यूको बैंक के एटीएम में चोर पहुंचे और यहां के सीसीटीवी कैमरे को तोडऩे के बाद मशीन काटकर साढ़े पांच हजार रुपये चोरी कर लिए। वहीं जल्दबाजी या किसी के आने की आहट पर मशीन के पर्ज विन (ट्रांजेक्सन केंसिल होने पर इस ट्रे में रुपया चला जाता है) का 20 हजार पांच सौ रुपये नहीं ले जा पाए। इसके बाद चोर मानस विहार दुर्गा मंदिर के पास एचडीएफसी बैंक के एटीएम में पहुंचे।
यहां पर कैमरे को घुमाकर तोडऩे के बाद यहां भी चोरों ने गैसकटर की मदद से एटीएम मशीन काटकर पांच लाख 91 हजार रुपये चोरी कर लिए। पूरे वारदात में चोरों ने शटर बंद करने के बाद आराम से मशीन को काटा और भाग निकले। बुधवार दोपहर यूको बैंक में कर्मचारियों को रुपये डालने के दौरान चोरी होने की जानकारी हुई। इसके बाद अन्य दोनों एटीएम की घटना भी पता चल सकी। सीसीटीवी फुटेज में दो नकाबपोश चोर घटना करते हुए दिखे। किसी भी एटीएम में बाहर की तरफ कैमरे न होने और अलार्म सिस्टम न होने से चोरों ने फायदा उठाया।
जिससे न ही चोरी का समय से पता चला न ही चोर किधर से आए और किधर गए, इसकी जानकारी हो सकी। एसएसपी अखिलेश कुमार के साथ सीओ कैंट अजीत चौहान ने तीनों जगह पहुंचकर छानबीन की। एसएसपी ने यूको बैंक के मैनेजर मनीष त्रिपाठी व यूनियन बैंक मैनेजर एमबी गौतम से घटना की पूरी जानकारी ली और फुटेज देखे। फोरेंसिक टीम ने फिंगर प्रिंट व अन्य साक्ष्य एकत्र किए।
गश्त में लापरवाही की बात सामने आने पर एसएसपी ने नाइट अफसर अकबर अली के साथ एटीएम निगरानी में लगी तीन गश्त पार्टियों के छह सिपाही सुखवीर, सतेंद्र वाजपेयी, चरण सिंह, अरविंद कुमार, मनोज कुमार और सतेंद्र कुमार को निलंबित कर दिया है। वहीं घटनास्थल के आसपास की तीनों चौकियों के इंचार्ज को एक सप्ताह का समय घटना का खुलासा करने के लिए दिया है। ”बैंक अधिकारियों ने कहने के बाद भी गार्ड व सीसीटीवी कैमरे नहीं लगवाए। जिसका फायदा चोरों ने उठाया। सीसीटीवी फुटेज व जांच में एक ही गैंग के तीनों घटना के अंजाम देने की बात सामने आई है। घटना से जुड़े अहम सुराग पुलिस टीम के हाथ लगे है।