आपको बता दें कि बिहार बीजेपी के अध्यक्ष नित्यानंद राय ने सोमवार को पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा था कि उनकी ओर उठने वाली उंगली को तो़ड़ देना चाहिए या काट देना चाहिए। वैश्य और कनु (ओबीसी) जाति के एक कार्यक्रम में बोलते हुए राय ने कहा जब उनकी (मोदी) मां खाना परोसती थी, नरेंद्र मोदी जी को खाना खिलाने बैठती थी, उस थाली में ना मां को बेटे और बेटे को मां नजर आती थी, आज उस परिस्थिति से उठकर वो देश के पीएम बने हैं, गरीब का बेटा, उसका स्वाभिमान होना चाहिए, एक एक व्यक्ति को इसकी इज्जत करनी चाहिए।
राय यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा कि मोदी की ओर उठने वाली उंगली को, उठने वाले हाथ को हम सब मिलकर तोड़ देंगे, जरूरत पड़ी तो काट भी देंगे। बता दें कि उस वक्त बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी भी स्टेज पर ही मौजूद थे।
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, बयान के बाद राय ने अपनी सफाई में कहा कि उन्होंने वे बातें कहावत के तौर पर कही थीं और उनके कहने का मतलब था कि देश के सम्मान और सुरक्षा से खिलवाड़ करने वाले से सख्ती से निपटा जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि मैं अपने बयान पर खेद व्यक्त करता हूं और बयान को वापस लेता हूं।