दुनिया भर में जिस तरह से जलवायु परिवर्तन देखने को मिल रहा है उसके दुष्परिणाम भी सामने आ रहे हैं। कई देशों में बरसात और पानी से तबाही देखने को मिली तो कई देश अभी सूखे की चपेट में है। उनके यहां बरसात होने के बाद जो हरियाली होनी चाहिए थी वो देखने को नहीं मिल रही है।
इस वजह से अब वहां जानवरों को खाने के चारे और घास आदि नहीं मिल पा रही है इससे पशु मर रहे हैं। उनके खाने के साधन उपलब्ध नहीं है। आलम ये है कि अब यहां के जानवर काफी दुर्बल हो रहे हैं। कई की तो मौत हो चुकी है।
कुछ साल पहले तक जिम्बाब्वे के पशुपालक आराम से गुजर बसर करते थे लेकिन जलवायु परिवर्तन की वजह से आज वे संकट में हैं। उनके पालतू जानवर रोजाना मर रहे हैं। देश के पश्चिमी क्षेत्र में काफी संख्या में किसान पशुपालन करते थे लेकिन अब उन्हें नुकसान उठाना पड़ रहा है।
इसका सबसे बड़ा कारण ये है कि प्यास और भोजन की कमी से जानवर मर रहे हैं। जलवायु परिवर्तन की वजह से जिम्बाब्वे के किसान लगातार सूखे की मार झेल रहे हैं, इससे निपटने के लिए वे पशुपालन के तरीकों को बदलने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन सभी लोग नए तरीकों को समझ नहीं पा रहे हैं।