उच्चतम न्यायालय ने गुरुवार को तांडव ममाले पर सुनवाई की। अदालत ने कहा कि कुछ ओटीटी प्लेटफॉर्म पर अश्लील सामग्री प्रसारित की जा रही है। इसकी स्क्रीनिंग होनी चाहिए क्योंकि कुछ प्लेटफॉर्म्स पर तो पोर्नोग्राफी भी दिखाई जा रही है। अदालत ने कहा कि इसमें संतुलन बनाने की जरूरत है।
सुनवाई के दौरान न्यायालय ने केंद्र से कहा कि वह सोशल मीडिया पर बने नियमों की जानकारी दे। इसके साथ ही कहा कि अमेजन प्राइम की इंडिया प्रमुख अपर्णा पुरोहित की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई शुक्रवार को की जाएगी।
बता दें कि वेब सीरीज तांडव में हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करने और प्रधानमंत्री जैसे संवैधानिक पद की गरिमा से खिलवाड़ करने के आरोपों के बाद उत्तर प्रदेश के तीन शहरों लखनऊ, नोएडा और शाहजहांपुर में एफआईआर दर्ज हुई थी।
न्यायमूर्ति अशोक भूषण की अध्यक्षता वाली पीठ ने सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता से कहा कि वह सोशल मीडिया के नियमन संबंधी सरकार के हालिया दिशा-निर्देशों के बारे में शुक्रवार को जानकारी दें। इसी दिन अमेजन प्राइम की इंडिया प्रमुख अर्पणा पुरोहित की याचिका पर भी सुनवाई की जाएगी। अपर्णा ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय द्वारा उनकी अग्रिम जमानत को खारिज करने के आदेश को चुनौती दी है।
पीठ में मौजूद न्यायमूर्ति आरएस रेड्डी ने कहा कि संतुलन कायम करने की आवश्यकता है क्योंकि कुछ ओटीटी प्लेटफॉर्म पर अश्लील सामग्री भी दिखाई जा रही है। पुरोहित के लिए अदालत के सामने पेश हुए वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी ने उनके खिलाफ इस मामले को हैरान करने वाला बताया। उन्होंने कहा कि यह महिला अमेजन की कर्मचारी हैं। वह न तो इस सीरिज की निर्माता हैं और न ही कलाकार हैं लेकिन फिर भी देशभर में वेब सीरिज से संबंधित 10 मामलों में उन्हें आरोपी बनाया गया है।
नौ एपिसोड वाली सीरिज तांडव एक राजनीतिक थ्रिलर है। इसकी अमेजन पर हाल ही में स्ट्रीमिंग हुई थी। इसमें बॉलीवुड की ए सूची वाले कलाकार- सैफ अली खान, डिंपल कपाड़िया और मोहम्मद जीशान अय्यूब ने अहम भूमिका निभाई है।