राजस्थान हाई कोर्ट ने डायरेक्टर संजय लीला भंसाली, कलाकार दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह के खिलाफ एफआईआर खारिज करने से पहले फिल्म ‘पद्मावत’ देखने का फैसला किया है। इसके लिए कोर्ट ने उनके सलाहकारों को फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग के आदेश दिए हैं।
बता दें कि भंसाली ने अपने खिलाफ बता दें कि भंसाली ने अपने खिलाफ एफआईआर खारिज करने के लिए याचिका दायर की थी जिस पर कोर्ट 23 जनवरी को सुनवाई करेगा। सेंसर बोर्ड से पास होने के बाद फिल्म 25 जनवरी को रिलीज होनी है।
बता दें कि तीनों के खिलाफ वीरेंद्र सिंह और नागपाल सिंह ने राजस्थान के नागौर जिले के डीडवाना पुलिस स्टेशन में पिछले साल मार्च में एफआईआर दायर की थी। उनका आरोप था कि फिल्म में ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ करके रानी पद्मिनी की छवि को नुकसान पहुंचाया गया है। इसके बाद करणी सेना के नेतृत्व में राजस्थान सहित देश के अलग-अलग इलाकों में बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन किया गया था।
भंसाली ने कोर्ट में दलील दी कि अब एफआईआर के कोई मायने नहीं हैं क्योंकि सेंसर बोर्ड और फिल्म विशेषज्ञ की सिफारिशों के बाद फिल्म का नाम पद्मावती से पद्मावत हो गया है, इसलिए अब इसे राज्य में रिलीज होने की अनुमति मिलनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि उनके खिलाफ आरोप आधारहीन है क्योंकि न अभी तक फिल्म रिलीज हुई है और न ही ट्रेलर आया है।
हालांकि जस्टिस संदीप मेहता ने फिल्म देखने से पहले याचिका पर फैसला लेने से इनकार कर दिया। साथ ही बोरा को फिल्म को स्पेशल स्क्रीनिंग के आदेश दिए। बोरा ने कहा, ‘हमारी बहस के आधार पर कोर्ट ने नतीजे पर पहुंचने के लिए फिल्म देखने की इच्छा जाहिर की है।’