देश की राजधानी दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में आपूर्ति विभाग कार्यालय की बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां पर पहले तो महकमे ने बिना जांच किए एक महिला के नाम राशन कार्ड जारी कर दिया गया और फिर उसके परिवार में 9 सदस्य दर्शा दिए। सबसे हैरानी की बात तो यह है कि परिवार के अधिकांश सदस्यों की जाति अलग अलग है और महिला के सभी आठ सदस्यों को बेटी-बेटे तथा एक युवक को देवर होना दर्शाया गया है।
मामला उजागर होते ही विभागीय अफसरों में हड़कंप
खास बात यह है कि परिवार के सभी सदस्यों के पिता के नाम भी अलग अलग हैं। मामला उजागर होने पर विभागीय अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है। अधिकारी मामले को दबाने में जुटे हैं। मोदीनगर की दुकान संख्या 10090741 पर लक्ष्मी नाम की महिला का पिछले दिनों राशन कार्ड जारी कर दिया गया।
लोगों ने की कार्रवाई की मांग
आरोप है कि महिला अपात्र होने के बावजूद राशन भी लगातार लेकर सरकार को अनुचित रूप से चूना लगाने का काम कर रही है। बिसोखर के कुछ लोग सोमवार को तहसीलदार से मिले और राशन कार्ड दिखाते हुए मामले में कार्रवाई की मांग की।
अधिकारियों-डीलर्स में मिलीभगत का आरोप
लोगों ने आरोप लगाया कि आपूर्ति विभाग के अधिकारियों ने राशन डीलर के साथ मिलीभगत करके फर्जी राशन कार्ड जारी करा लिए हैं। जिनपर राशन डीलर राशन निकालकर सरकार को चूना लगाने का काम कर रहा है। तहसीलदार उमाकांत तिवारी का कहना है कि मामले की जांच आपूर्ति विभाग के अधिकारियों को सौंपी है। इस बारे में आपूर्ति अधिकारी एसपी मौर्य से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि यह बड़ी त्रुटि है। कहां और किस स्तर पर हुई इसकी जांच की जा रही है।
राशन कार्ड में दिया गया विवरण
1-लक्ष्मी पिता रूपचंद रूरकीवाल (धारक)
2-विरेंद्र कुमार पिता राजय लाल गोयल (बेटा)
3-राजकुमार पिता रामसिंह (देवर)
4-आजाद पिता मुस्तकीम (बेटा)
5-आकाश तोमर पिता मंगल सैन तोमर (बेटा)
6-मेनका शर्मा पिता मंगलसेन तोमर (बेटा)
7-आरती शर्मा पिता पवन शर्मा (बेटी)
8-शारदा पिता राजकुमार (बेटी)
9-आयुष त्यागी पिता प्रशांत कुमार त्यागी (बेटा)