सुनक से जब पूछा गया कि क्या कंजर्वेटिव पार्टी में इस्लामोफोबिया की समस्या है इस पर उन्होंने कहा कि नहीं बिल्कुल नहीं। मेरा विचार है कि हम सभी पर खासतौर पर संसद में चुनकर आए लोगों पर जिम्मेदारी है कि अपनी बहस को इस दिशा में नहीं बढ़ाएं जो दूसरों के लिए नुकसान पहुंचाने वाली हो।
ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक को सोमवार को इस्लामोफोबिया के आरोपों के खिलाफ कंजर्वेटिव पार्टी के लोगों का बचाव करने के लिए मजबूर होना पड़ा। इस्लामोफोबिया से आशय इस्लाम और मुस्लिमों से भय और उनके प्रति घृणा से है। लंदन के मेयर सादिक खान के खिलाफ एक टोरी सांसद की टिप्पणी के बाद से विवाद बढ़ गया है।
सुनक से एक साक्षात्कार के दौरान पूछा गया कि क्या कंजर्वेटिव पार्टी में इस्लामोफोबिक प्रवृत्ति है, क्योंकि सांसद ली एंडरसन को पिछले सप्ताह टोरी पार्टी से यह कहने के लिए निलंबित कर दिया गया था कि इस्लाम समर्थकों ने पाकिस्तानी मूल के खान पर नियंत्रण हासिल कर लिया है।
खान विपक्षी लेबर पार्टी के सदस्य हैं, जिन्होंने एंडरसन की टिप्पणी को इस्लामोफोबिक, नस्लवादी और इस्लाम विरोधी करार दिया था।
इस्लामोफोबिया पर खुलकर बोले सुनक
सुनक पर इस मुद्दे पर ध्यान देने और पूर्व पार्टी सहयोगी की टिप्पणियों की निंदा करने का दबाव बढ़ रहा था। जब उनसे पूछा गया कि क्या कंजर्वेटिव पार्टी में इस्लामोफोबिया की समस्या है, इस पर उन्होंने कहा कि नहीं, बिल्कुल नहीं। मेरा विचार है कि हम सभी पर, खासतौर पर संसद में चुनकर आए लोगों पर जिम्मेदारी है कि अपनी बहस को इस दिशा में नहीं बढ़ाएं जो दूसरों के लिए नुकसान पहुंचाने वाली हो।
ली एंडरसन के विवादास्पद बयान के बारे में पूछे जाने पर प्रधानमंत्री ने कहा कि ली के बयान स्वीकार्य नहीं थे। वे गलत थे और इसलिए उन्हें निलंबित कर दिया गया।