मुंबई: मुंबई के शिवाजी पार्क में अपनी पार्टी की दशहरा रैली को संबोधित करते हुए शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने बीजेपी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वह उसे ‘देशभक्ति नहीं सिखाए.’ उद्धव ने कहा, ‘हमें देशभक्ति नहीं सिखाइए. अभी वह दिन नहीं आया है कि हमें देशभक्ति सिखाई जाए.’’ उन्होंने कहा, ‘माहौल बनाया गया कि जो लोग नोटबंदी का समर्थन करते हैं,
वह देशभक्त हैं और जो लोग इसका विरोध करते हैं, वे देशद्रोही हैं.’ वह पिछले वर्ष केंद्र सरकार द्वारा पांच सौ और हजार रुपये के नोट पर प्रतिबंध लगाने के निर्णय का जिक्र कर रहे थे. दशहरा रैली में मौजूद विशाल जन समूह को संबोधित करते हुए उद्धव ने विभिन्न मुद्दों पर मोदी सरकार की लगातार आलोचना की. साथ ही, उद्धव ने शिवसेना के कार्यकर्ताओं से अपील की कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर व्यक्तिगत हमला करने से बचें जैसा कि हाल में महंगाई के खिलाफ शिवसेना के प्रदर्शन के दौरान किया गया था. शिवसेना के नेता ने जम्मू-कश्मीर में पीडीपी के साथ बीजेपी के सत्ता साझा करने की असंगति की तरफ भी इशारा किया था.
उन्होंने पूछा, ‘कश्मीर में आपका (बीजेपी) पीडीपी से कैसा वैचारिक संबंध है? जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को क्यों नहीं खत्म किया जा रहा है?’ उद्धव ने कहा, ‘हमने हिंदुत्व के लिए भाजपा के साथ गठबंधन किया जब ‘हिंदुत्व’ को वर्जित शब्द माना जाता था. अगर वे (भाजपा नेता) सोचते हैं कि हमारा उनके लिए कोई महत्व नहीं है, तो हम देखेंगे.’ उन्होंने कहा, ‘हमें जानना चाहिए कि आपके हिंदुत्व की परिभाषा क्या है.’ मोदी की महत्वाकांक्षी परियोजना का विरोध करते हुए उद्धव ने कहा, ‘बुलेट ट्रेन कौन चाहता है? पहले रेल ढांचे में सुधार कीजिए.’ पेट्रोल और डीजल की अधिक कीमतों पर उद्धव ने कहा, ‘यह सरकार कहती है कि जीएसटी से कर में एकरूपता आएगी. एकरूपता कहां है? पाकिस्तान में भी हमारे यहां से सस्ता पेट्रोल है.’
ठाकरे ने कहा, ‘मैं बांग्लादेश के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से अपील करता हूं कि वे हमारी सुरक्षा के लिए भारत में रह रहे लाखों बांग्लादेशियों को वापस ले लें. हमें उनकी जरूरत नहीं है. शुक्रवार की भगदड़ में मारे गए मुंबई के 23 लोकल ट्रेन यात्रियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए ठाकरे ने बुलेट ट्रेन पर अपना विरोध दोहराया और उपनगरीय रेल नेटवर्क को सुधारने के लिए इसमें धन लगाने का आग्रह किया. उन्होंने मांग की, ‘मोदी ने अभी तक अच्छे दिन के सिर्फ सपने दिखाए, मगर अपनी नीतियों से देश के नागरिकों को प्रताड़ित करने के सिवा किसी के लिए किया कुछ नहीं.