मानसून की बारिश ने गांव और शहर को जोड़ने वाली 91 सड़कों पर वाहनों की रफ्तार रोक दी है। इससे 1391 गांव के हजारों लोग पगडंडी के सहारे आवाजाही करने को मजबूर हैं। लोक निर्माण विभाग ने बंद हुए मार्गों के लिए साढ़े तीन करोड़ रुपये का बजट मांगा है। फिलहाल विभाग ने 95 जेसीबी मशीनें लगाकर आवाजाही का प्रयास कराया जा रहा है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि बुधवार को प्रदेश के अधिकतर जिलों में बारिश का दौर जारी रहेगा।
उत्तराखंड में बारिश के कहर से जनजीवन प्रभावित चल रहा है। पिछले 15 दिनों के भीतर बारिश के चलते राज्य में 524 सड़कें बंद हो गई हैं। लोक निर्माण विभाग ने जेसीबी मशीनें लगाते हुए मंगलवार तक 433 सड़कों पर आवाजाही शुरू करा दी है। लेकिन, अभी भी 91 सड़कें पूरी तरह से बंद पड़ी हैं। इन सड़कों से आवाजाही करने वाले सैकड़ों गांव, कस्बे अलग-थलग पड़े हुए हैं। लोक निर्माण विभाग का दावा है कि भूस्खलन, भू-धंसाव, कटाव और पत्थर आने से सड़कें बंद हुई हैं। लोक निर्माण विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बंद हुई सड़कों में सबसे ज्यादा गढ़वाल मंडल की हैं।
यहां पौड़ी, चमोली, टिहरी, उत्तरकाशी की सड़कें ज्यादा बंद हैं। जबकि कुमाऊं मंडल में पिथौरागढ़, नैनीताल की सड़कें बंद हुई हैं। लोनिवि ने बाधित सड़कों को खोलने के लिए तीन करोड़ 29 लाख रुपये और स्थायी रूप से पूर्व की भांति आवाजाही कराने के लिए आठ करोड़ का एस्टीमेट बनाया है।
लोनिवि मुख्यालय के चीफ इंजीनियर अयाज अहमद ने बताया कि बारिश से हर दिन सड़कें बंद हो रही हैं। इसके लिए पर्याप्त मशीनरी प्रभावित इलाकों में तैनात की गई है। सूचना पर सड़कों को खोलने का काम चल रहा है। मंगलवार को 91 सड़कें बंद हुई हैं। इनको खोलने का कार्य जारी है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि बुधवार को प्रदेश के अधिकतर जिलों में बारिश का दौर जारी रहेगा। पर्वतीय जिलों में कहीं-कहीं तेज बारिश हो सकती है।
दून में पांच डिग्री गिरा पारा
लगातार बारिश के चलते मंगलवार को देहरादून का अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री कम 26.1 जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 22.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। अधिकतम और न्यूनतम तापमान के बीच 3.9 डिग्री सेल्सियस का अंतर रहने से मौसम सुहावना हो गया है