देहरादून: उत्तराखंड में बारिश और बर्फबारी का दौर जारी रहा। चार धाम समेत राज्य के ऊंचाई वाले इलाकों में जोरदार बर्फबारी हुई है। निचले इलाकों में ओलावृष्टि से ठंड बढ़ गई है। बर्फबारी से कुछ स्थानों पर मार्ग भी अवरुद्ध हुए हैं। मौसम विभाग के अनुसार, अभी दो दिन प्रदेश में बारिश और बर्फबारी का दौर जारी रह सकता है।
देहरादून और आसपास के इलाकों में देर शाम मौसम का मिजाज बदला और बादल छाने के साथ ही तेज हवाएं चलने लगीं। देर रात अंधड़ और तेज बारिश ने दूनवासियों की नींद उड़ा दी। गरज के साथ आकाशीय बिजली चमकने से लोग सहमे रहे। इस दौरान शहर के ज्यादातर इलाकों में बिजली गुल हो गई।
गुरुवार सुबह दून में धूप खिलने के बाद मौसम ने करवट बदली और दोपहर बाद कई इलाकों में बौछारें पड़ीं। इसके बाद रात को 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। इस दौरान कई स्थानों पर दुकानों के होर्डिंग और टिन शेड उड़ने की भी सूचना है। साथ ही कुछ इलाकों में पेड़ की टहनियां टूटने से मार्ग भी बाधित हुए। विद्युत लाइन क्षतिग्रस्त होने से कई इलाकों में बत्ती गुल रही।
पुरोहितवाला में पेड़ पर गिरी आकाशीय बिजली
दून में बदले मौसम के बीच दोपहर बाद कई क्षेत्रों में गरज के साथ बौछार पड़ीं। इस दौरान पुरोहितवाला में एक पेड़ पर आकाशीय बिजली गिरने से हड़कंप मच गया। गनीमत रही कि इसमें जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ। गुरुवार को वीरपुर सैन्य क्षेत्र में बसे पुरोहितवाला में दोपहर बाद अचानक आकाशीय बिजली गिरी। मसूरी विधायक और कैबिनेट मंत्री गणोश जोशी सूचना मिलते ही नुकसान का जायजा लेने पहुंचे। उन्होंने कहा कि भगवान का शुक्र है आकाशीय बिजली गिरने से जान की कोई क्षति नहीं हुई। मंदिर व एक पेड़ को थोड़ा नुकसान हुआ है। उधर, घटना की सूचना मिलते ही ग्राम प्रधान मीनू क्षेत्री, पार्षद भूपेंद्र कठैत, कैंट थाना प्रभारी शंकर सिंह बिष्ट आदि भी मौके पर पहुंच गए थे।
बारिश और ओले गिरने से मसूरी में ठंडक
शहर और आसपास के क्षेत्र में बारिश और ओले गिरने से एक बार फिर से ठंडक बढ़ गई है। जबकि समीपवर्ती यमुना व अगलाड़ घाटियों में भी ठिठुरन बढ़ गई है। ओले गिरने के कारण सड़कों पर फिसलन की स्थिति रही। हालांकि, बारिश के कारण ओले ज्यादा देर तक टिक नहीं पाए।
मसूरी शहर और उससे सटे क्षेत्र में गुरुवार दोपहर बाद बारिश के साथ ओले गिरने शुरू हो गए। इस बीच रुक-रुक कर करीब दो घंटे तक ओले गिरने के साथ बारिश भी हुई। इससे फिर से मसूरी में ठिठुरन बढ़ गई है। इस कारण सबसे अधिक परेशानी स्कूली बच्चों को हुई। सुबह जब बच्चे स्कूल गए तो आसपास में खाली बादल थे, लेकिन दोपहर बाद बारिश शुरू हो गई। जिससे स्कूल से घर लौट रहे बच्चों को इससे परेशानी झेलनी पड़ी। वहीं, ठंड बढ़ने पर आमजन तो घरों के अंदर पैक हो गए। जबकि व्यापारियों अलावा सेक कर दुकानों का संचालन किया।