पीएम नरेंद्र मोदी के पांच नवंबर को केदारनाथ धाम दौरे के जवाब में कांग्रेस भी खास अंदाज में शिव पूजन करेगी। कांग्रेस का आरोप है कि पीएम की आस्था का केंद्र होने के बावजूद केदारधाम में विकास और जरूरी निर्माण कार्य पांच साल से अटके हुए हैं। बकौल रावत, पांच नवंबर को केदारनाथ धाम के पवित्र जल और गंगाजल से राज्य के हर जिले में 12 शिवालयों में जलाभिषेक किया जाएगा।
कांग्रेस सरकार में गायक कैलाश खेर रचित ‘जय केदारा’ भजन गीत गाया जाएगा। रावत ने कहा कि प्रधानमंत्री जी केदारनाथ पधारें, बार-बार पधारें। यह उनकी श्रद्धा का विषय है। मगर केदारनाथ जी के नाम पर राजनीति की मार्केटिंग का उत्तर तो देना पड़ेगा। आज की सत्ता ने राजनैतिक लाभ उठाने का प्रयास तो किया, मगर उन विकास कार्यों को अंजाम नहीं दिया जो केदार पुरी की सुरक्षा और सुगमता के लिए नितांत जरूरी हैं।
सुमेरु पर्वत के नीचे के संवेदनशील क्षेत्र में संभावित बाढ़ से सुरक्षा की महत्वपूर्ण लेयर का निर्माण नहीं हुआ। न मंदाकिनी नदी से केदार पुरी का तल्ली लिंचोली तक हो रहा भू-क्षरण रोकने के प्रोजेक्ट पर काम हुआ। भैरव मंदिर जिस पहाड़ी की सुरक्षा का काम भी अधर में है। रावत ने कहा कि न गौरी कुंड के पुराने इतिहास को पुनर्स्थापित करने पर प्रस्तावित काम प्रारंभ हो पाया।
भीमबली-लिंचोली-केदार पुरी रोपवे और चौमासी मोटर मार्ग का निर्माण की डीपीआर भी अब तक केंद्र सरकार दबाए हुए है। गरुड़ चट्टी होकर जाने वाले वैकल्पिक केदार पुरी मार्ग का निर्माण भी सरकार ने शुरू नही किया। आपको बता दें कि केदारनाथ धाम के कपाट छह नवंबर को बंद हो रहे हैं।