उत्तराखंड के हरिद्वार में बुधवार को झमाझम बारिश से जहां गर्मी से राहत मिली, वहीं आंधी के चलते लोगों को आफत झेलनी पड़ी। आंधी से कई स्थानों पर बड़े-बड़े होर्डिंग क्षतिग्रस्त हो गए।
मायापुर में एक पेड़ की दो बड़ी शाखाएं दो मकानों पर गिर गई। फायर स्टेशन मायापुर की एक रेस्क्यू यूनिट ने तुरंत मौके पर जाकर पेड़ को काटकर हटाया। आंधी से आम की फसल को भी नुकसान पहुंचा। हालांकि बारिश के एक घंटे बाद लोगों को उमस का सामना भी करना पड़ा।
बुधवार सुबह 11 बजे अचानक मौसम बदला और आंधी के साथ तेज बारिश शुरू हो गई। आंधी चलने के दौरान कुछ समय तक जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। लोग इधर-उधर सुरक्षा पाने को दुकानों में घुस गए। दस मिनट की बारिश के बाद शहर के कई जगह जलभराव भी देखने को मिला। कनखल की गलियों समेत भगत सिंह चौक पर अंडर पास में जलभराव हो गया। आंधी के कारण नगर निगम कॉलोनी, मायापुर में दो मकान के ऊपर बड़ का पेड़ गिर गया।
वहीं, पीली पड़ाव गांव में आंधी के चलते सरजीत सिंह पुत्र जयचंद के घर की छत उड़ गई। इस कारण बारिश से घर में रखा सारा सामान भीग गया। घर के अंदर पानी जमा हो गया। पांच दिन पहले ही इसी गांव में आंधी से दर्जन भर ग्रामीणों के घर टूट गए और पोल्ट्री फार्म सहित बिजली के 24 पोल क्षतिग्रस्त हो गए थे। गनीमत रही कि कहीं से अप्रिय घटना नहीं घटी।
उधर, पथरी क्षेत्र में भी बारिश से गांव के प्रमुख मार्ग और गलियों में जलभराव हो गया। आंधी में दुकानों के सामने लगे टीनशेड उड़कर इधर-उधर गिर गए। आंधी के चलते करीब 20 मिनट तक सड़कों पर सन्नाटा पसर गया। आंधी के चलते क्षेत्र में लगभग चालीस गांवों की बिजली भी गुल हो गई। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
गन्ने की फसल को मिला लाभ
एक सप्ताह में दूसरी बार बारिश से किसानों के चेहरे खिल उठे। लालढांग क्षेत्र के लगभग 1100 हेक्टेयर में लगी गन्ने की फसल को सिंचाई की आवश्यकता थी। किसान सरवन सिंह, सर्वजीत, बाबुराम, अमरजीत सिंह, जयपाल सैनी, निलाराम आदि का कहना है कि बारिश खेती के लिए बरदान साबित होगी। सबसे ज्यादा गन्ने की फसल को बारिश से लाभ मिला है।
कब कितना रहा तापमान
दिनांक अधिकतम न्यूनतम
18 मई 37.8 24.5
17 मई 40 24.5
16 मई 37.5 26.5
13 मई 37.2 22
12 मई 36.5 27.5
(तापमान डिग्री सेल्सियस में)