उत्तरकाशी के चीणाखोली निवासी बृजलाल किराने की दुकान पर काम करते थे। आर्थिक रूप से गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाले बृजलाल बच्चों की बेहतर शिक्षा के लिए परिवार समेत उत्तरकाशी बाजार में ही रहते थे। गृहस्थी चलाने में उनकी पत्नी भी मदद करती थी, लेकिन सोमवार का दिन इस हंसते-खेलते परिवार के लिए कहर बनकर टूट पड़ा। बृजलाल के परिवार के साथ ये अनहोनी उस वक्त हुई, जब वो परिवार के साथ अपनी साली को छोड़ने के लिए चिन्यालीसौड़ जा रहे थे। उन्होंने अपने रिश्तेदार बुद्धि प्रकाश, निवासी मानपुर गांव(उत्तरकाशी) से लिफ्ट ली। बुद्धि प्रकाश चिन्यालीसौड़ में ऊर्जा निगम में तैनात थे और हर रोज की तरह वहां जा रहे थे।
बृज लाल पत्नी रोशनी, बेटे प्रियांशु, दिव्यांशु, साली आरती और आरती की पांच साल की बेटी यमिता के साथ कार में बैठ गए। उत्तरकाशी से 20 किलोमीटर दूर नालूपानी के पास कार अनियंत्रित होकर सड़क किनारे लगे पैराफिट को तोड़ते हुए भागीरथी नदी के किनारे खाई में जा गिरी। आसपास के ग्रामीणों ने हादसे की सूचना पुलिस को दी। इस पर जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट के साथ एसडीआरएफ और पुलिस के जवान मौके पर पहुंचे और बचाव दल ने खोजबीन शुरू की।
पुलिस को घटनास्थल से छह शव सोमवार को ही बरामद हो गए थे, लेकिन एक मासूम का पता नहीं चल पाया था। मंगलवार दोपहर लापता हुए बच्चे का शव घटनास्थल के निकट मलबे में मिला। खोज बचाव टीम के अनुसार बच्चे का शव दुर्घटना के समय पहाड़ी से गिरे मलबे में दब गया था, जिससे बीती सोमवार देर रात तक चलाए गए बचाव अभियान में उसका पता नहीं चल सका था।
मंगलवार को जब घटनास्थल के पास पहाड़ी से गिरे मलबे को हटाया गया तो बच्चे का शव बरामद हुआ। वहीं, इस घटना से पूरी गंगा घाटी में शोक की लहर है। जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम के दौरान मृतकों के स्वजनों और रिश्तेदारों की भारी भीड़ एकत्र हुई। पुलिस के अनुसार बुद्धि प्रकाश और बृज लाल रिश्तेदार भी थे।