कोविड-19 महामारी की चपेट में पूरी दुनिया है. दुनिया के ज्यादातर देशों में कोरोना वायरस ने तबाही मचाई है. इस खतरनाक वायरस की रोकथाम के लिए अब तक किसी भी प्रभावी वैक्सीन की खोज नहीं हो सकी है, इसी बीच चीन के विशेषज्ञों का दावा है कि नवंबर महीने में एक बार फिर कोरोना वायरस दस्तक दे सकता है.
चीन और अन्य देश कोरोना वायरस के खतरनाक संक्रमण से दूसरी बार भी जूझ सकते हैं. यह संक्रमण नवंबर में एक बार फिर चीन में फैल सकता है. चीन में अब धीरे-धीरे हालात सामान्य हो गए हैं, जिंदगी पटरी पर लौट रही है. विशेषज्ञों का कहना है कि दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था एक बार फिर खतरे का सामना कर सकती है.
कोविड-19 महामारी के खिलाफ काम कर रही शंघाई की क्लीनिकल टीम का नेतृत्व कर रहे वैज्ञानिक झांग वेनहॉन्ग का कहना है कि देशों में तबाही मचाने वाले इस वायरस पर कड़ी नजर रखनी होगी. जहां पूरी दुनिया इस खतरनाक वायरस से मुकाबला करने की कोशिश कर रही है, वहीं यह वायरस नवंबर में फिर उभर सकता है. इसकी शुरुआत ठंड की शुरुआत के साथ एक बार फिर हो सकती है.
खतरनाक नहीं होगा दूसरी बार फैला संक्रमण
झांग वेनहॉन्ग का कहना है कि कोविड-19 से निपटने का चीन का अनुभव दूसरी बार संक्रमण की रोकथाम में काम आएगा. इतने बड़े स्तर पर लॉकडाउन को दोहराने की जरूरत नहीं पड़ेगी, हालात संभाल लिए जाएंगे. हालांकि यह काम प्रारंभिक स्तर पर करना होगा.
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झांग वेनहॉन्ग का की टिप्पणी ऐसे वक्त में सामने आई है जब चीन धीरे-धीरे देश में प्रतिबंधों में ढील दे रहा है. क्योंकि अर्थव्यवस्था को चीन एक बार फिर पटरी पर लौटाना चाहता है. बुधवार तक चीन में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले 82,341 तक पहुंच गए हैं. 3,342 लोगों की कोरोना वायरस से मौत हो चुकी है. ये आंकड़े नेशनल हेल्थ कमीशन ऑफ चीन की ओर से जारी किए गए हैं.
विदेशों से आ रहे नागरिकों से है संक्रमण का खतरा
कोरोना वायरस का केंद्र रहे वुहान शहर में ही चीन ने संक्रमण के फैलाव को रोक दिया है. चीन में सामने आ रहे नए मामले वही हैं, जो लोग विदेशों से संक्रमण लेकर आ रहे हैं. झांग का दावा है कि चीन किसी भी तरह का शटडाउन लागू नहीं करेगा. लेकिन इम्पोर्टेड केस निश्चित तौर पर महामारी के फैलाव का कारण बनेंगे. चीन के नागिरक विदेश से जो लौट कर आ रहे हैं, संक्रमण का फैलाव उन्हीं से होगा.
एक लंबे समय तक संक्रमण के रोकने के उपाय किए जाएंगे, तभी राहत मिल सकेगी. यह संभव होगा कि लोग सामान्य तौर पर जीवन-यापन करें. लेकिन यह संभव नहीं होगा कि कोरोना वायरस संक्रमण का दूसरी बार फैलाव न हो, इसे जड़ से मिटाया जा सके.
कोरोना टेस्टिंग के लिए लगातार हो काम
झांग का कहना है कि सभी देशों को इस महामारी से संयुक्त रूप से लड़ना होगा, भले ही उनके यहां कोविड-19 पर काबू पाया जा चुका हो. अगर सभी देश अपने-अपने यहां इस वायरस पर काबू पा लें तभी हम सब सही ढंग से जी सकेंगे.
उनका दावा है कि इस वायरस की टेस्टिंग के लिए लगातार काम किया जाए. कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग हो, अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं हों जिससे संक्रमण की पुष्टि की जांच तत्काल हो सके, तभी इस महामारी को नियंत्रित किया जा सकेगा. लोग अनुमान लगा रहे हैं कि मई के अंत तक अमेरिका अपने यहां हालात काबू में कर लेगा, उन्होंने यह भी कहा कि दोनों देश एकजुट होकर जरूर इस बीमारी से निपट सकेंगे.