कानपुर में संपन्न हुई बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में पूरा फोकस नवम्बर में प्रस्तावित नगर निकाय चुनाव को लेकर ही रहा. हालांकि अगर पिछले निकाय चुनावों की तुलना करें तो बीजेपी का पलड़ा हमेशा ही भारी रहा है, लेकिन इसके बावजूद पार्टी कोई जोखिम नहीं उठाना चाहती.
यही वजह है कि कार्यसमिति की बैठक में निकाय चुनावों की रणनीति को लेकर गहन चर्चा की गई. सभी वरिष्ठ नेताओं का मानना था कि चुनाव में उसी को टिकट दिया जाए जो जीताऊ, टिकाऊ और स्वच्छ छवि का हो. इसके साथ ही चुनाव पार्टी में पार्टी आक्रामकता के साथ उतरे. सुझाव यह भी दिए गए कि केंद्र की मोदी और सूबे की योगी सरकार के विकास कार्यों को आधार बनाकर जनता से वोट मांगे जाएं.
दरअसल बीजेपी थिंक टैंक का मानना है कि नगर निकाय चुनावों के परिणाम गुजरात विधानसभा चुनावों पर भी देखने को मिल सकता है. लिहाजा यूपी स्थानीय निकाय चुनावों को जीतने में पार्टी कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती.
महिला एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री स्वाति सिंह ने कहा कि पार्टी निकाय चुनाव में भी भारी भरकम तैयारी के साथ उतरेगी. प्रदेश के गली-गली तक विकास पहुंचाने के लिए नगर निकायों में भी बीजेपी की सरकार जरुरी है.
वहीं डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि पार्टी पूरी तरह से चुनावी मोड में आ चुकी है. वह विकास कार्यों के बल पर चुनाव में उतरेगी. उन्होंने कहा कि जिस तरह से बीजेपी की सरकार ने अपराधियों और भ्रष्टाचार पर लगाम कसने का काम किया है वैसा किसी सरकार ने नहीं किया.
Live Halchal Latest News, Updated News, Hindi News Portal