इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) के पूर्व कुलपति प्रोफेसर रतन लाल हांगलू पर लगे आरोपों की जांच करने के लिए केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एचआरडी) की टीम सोमवार की सुबह इविवि पहुंच गई। टीम के पहुंचने से विश्वविदयालय प्रशासन में खलबली मची हुई है। तीन सदस्यीय टीम में इस बार दो ही सदस्?य आए हैं। एक सदस्य किन्हीं कारणों से इस बार नहीं आए हैं।
वित्तीय, शैक्षिक अनियमितता के साथ लगे हैं शोषण के आरोप
इलाहाबाद विश्वविदयालय के पूर्व कुलपति प्रोफेसर रतन लाल हांगलू पर वित्तीय, शैक्षिक अनियमितता और शोषण के आरोप लगे थे। इसकी शिकायत मानव संसाधन विकास मंत्रालय और महिला आयोग से दिल्ली में की गई थी। शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए महिला आयोग की टीम दो बार विश्वविदलय में आ चुकी है। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय की टीम दोबारा आरोपों की जांच करने विश्वविदयालय आई है। इस बार जांच टीम के अध्यक्ष इग्नू के कुलपति प्रो. नागेश्वर राव और गुजरात केंद्रीय विवि के कुलपति प्रो. रमाशंकर दुबे ही आए हैं।
कुल 54 शिकायत मिली
टीम में शामिल तीसरे सदस्य इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति विवि अमरकंटक के मध्य प्रदेश के कुलपति प्रो. श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी किन्हीं कारणों से नहीं आये हैं। टीम चैथम लाइन स्थित इविवि के गेस्ट हाउस में पहुंच चुकी हैं। पिछली बार जब टीम आई थी तो शिकायतकर्ताओं से कहा गया था कि वह 16 फरवरी तक साक्ष्य के साथ अपनी शिकायत रजिस्टार के पास दे सकते हैं। विश्वविदलय को कुल 54 शिकायत कुलपति के खिलाफ मिली है। टीम अपनी रिपोर्ट एक महीने के भीतर मंत्रालय को सौंप देगी।