कड़ाके की ठंड ने इंसान के साथ-साथ बेजुबान पशु-पक्षियों को भी परेशान कर रखा है। जिस तरह आम इंसान ठंड से राहत पाने के लिए अलाव और रजाई समेत हीटर का सहारा ले रहा है उसी तरह कानपुर प्राणि उद्यान प्रशासन ने पशु पक्षियों को जाड़े से बचाने के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। यही नहीं ठंड को देखते हुए पशु पक्षियों की खाने की डाइट भी चेंज की गई है।
ठंड का सितम जारी है और अब तो ये सर्दी जानलेवा भी हो चुकी है। ऐसे में क्या इंसान और क्या जानवर हर कोई ठंड का सितम झेल रहा है और उससे बचने का उपाय खोज रहा है। इंसान तो बचाव के लिए जुगाड़ कर लेते हैं लेकिन बेजुबान जानवर करें तो क्या करें ऐसे में चिड़ियाघर प्रशासन ने जानवरों को ठंड से निजात दिलाने के लिए हर संभव प्रयास किये है ।
चिड़ियाघर में जानवरो को ठंड से राहत दिलाने के लिए तीन अलग अलग कैटेगरी में बाटा गया है और उसके हिसाब से इन जानवरों को ठंड से बचाने के लिए प्रशासन ने तैयारी की है। शेर, तेंदुए के लिए हीटर का बंदोबस्त किया गया है तो पक्षियों के लिए उनके बाड़े को चिट से पूरी तरह ढका गया है जिससे कि हवा अंदर न जाये। पक्षियों के लिए उनके पिजड़े में 200 वाट के बल्ब लगाए गए हैं जिससे उनको गर्माहट मिल सके। हिरण प्रजाति के लिए उनके बाड़े में अलाव जलाया जाता है। जनवारों को गर्माहट का एहसास हो इसके लिए पुआल भी बिछाया गया है।
जानवरों के खाने पीने तक का नियम चिड़ियाघर में पूरी तरह चेंज कर दिया गया है। ठंड को देखते हुए जानवरों को नई डाइट दी जा रही है। चिड़ियों की प्रजाति को ठंड में खाने में अखरोट दिया जा रहा है कि जिससे उनके शरीर में गर्माहट बनी रहे। इसी तरह भालू को ठंड में शहद पिलाया जा रहा है। मांसाहारी पशुओं को ज्यादा प्रोटीन दिया जा रहा है। शाकाहारी पशुओं के भोजन में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा बढ़ाई गई है।