आर्थिक बदहाली से गुजर रहे पाकिस्‍तान के केंद्रीय वित्‍त मंत्री असद उमर ने इस्‍तीफे की पेशकश की है। इस पर अंतिम फैसला इमरान खान लेंगे। टीवी चैनलों से मिली जानकारी के अनुसार पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने असद उमर को वित्‍त मंत्री से हटाकर ऊर्जा मंत्री बनाने की पेशकश की जिससे उन्‍होंने इन्‍कार कर दिया और वित्‍त मंत्री के पद से इस्‍तीफा देने की पेशकश की।

हालांकि असद उमर ने कहा है कि वह पार्टी में बने रहेंगे। एक समय ऐसा भी था जब असद उमर को पाकिस्‍तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी का पोस्‍टर ब्‍वॉय माना जाता था। आम चुनावों के दौरान इमरान खान पूरे पाकिस्‍तान में असद उमर को लेकर घूमते थे और लोगों को बताते थे कि यही वह‍ शख्‍स है जो देश की आर्थिक हालत को सुधारेगा। लेकिन असद वित्‍त मंत्री के पद पर आठ माह भी नहीं रह सके और उन्‍हें इस्‍तीफा देना पड़ा।

कुछ दिनों पहले पाकिस्तानी वित्त मंत्री असद उमर ने कहा था कि पाकिस्तान का कर्ज इतनी खतरनाक ऊंचाई पर पहुंच चुका है कि देश दिवालिया होने के कगार के निकट आ गया है। उमर का इस्‍तीफा ऐसे समय सामने आया है, जब पाकिस्‍तान का आईएमएफ से 6-8 बिलियन डॉलर को लेकर समझौता होने वाला था और 19 अप्रैल को पाकिस्‍तान का बजट पेश किया जाना है। इस सबका असर पाकिस्‍तान की अर्थव्‍यवस्‍था पर पड़ेगा।

माना जा रहा है कि असद उमर का इस्‍तीफा पाकिस्‍तान की खराब आर्थिक हालत की जगह पाकिस्‍तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के भीतर चल रहे महमूद कुरैशी और जहांगीर तरीन के बीच घमासान का नतीजा है।

केंद्रीय सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने कैबिनेट में मंत्रिमंडल में फेरबदल की खबरों से इनकार किया है। उन्‍होंने कहा है कि कैबिनेट में फेरबदल को लेकर कोई सच्‍चाई नहीं है। पीएम के पास यह शक्ति होती है कि वह मंत्रियों का बदलाव करें। मीडिया को इस बारे में उत्‍तरदायित्‍वपूर्ण रवैया अख्तियार करना चाहिए। उन्‍होंने कहा कि पाकिस्‍तान महत्‍वपूर्ण फेज से गुजर रहा है। इस तरह की अफवाह देश के लिए लाभ दायक नहीं है।

उसद के इस्‍तीफे पर पाकिस्‍तान पीपुल्‍स पार्टी के चेयरमैन बिलावल भूट्टो ने देशवासियों को बधाई दी और कहा कि पाकिस्‍तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी का पहला विकेट गिरा। उन्‍होंने कहा कि इमरान सरकार की पूरी टीम 50 ओवी का मैच खत्‍म होने से पहले पवेलियन वापस लौट जाएगी।

पाकिस्‍तान मुस्लिम लीग नवाज (पीएमएल-एन) की प्रवक्‍ता मरियम औरंगजेब ले पूछा कि जब उमर की नीतियां इतनी अच्‍छी थी और सारी परेशानी नवाज शरीफ सरकार की थी तो उन्‍हें आखिरकार क्‍यों हटाया गया। यह इमरान खान की स्‍वीकारोक्ति है कि उनकी नीतियों से पाकिस्‍तान आर्थिक रूप से गहरे संकट से गुजर रहा है।

वास्‍तविक परेशानी असद नहीं है। वास्‍तविक परेशानी पीएम है।