इमरान सरकार देश की अर्थव्यवस्था के तकरीबन सभी क्षेत्रों में विकास के लक्ष्यों को पाने में विफल रही है. देश के आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार, जून में समाप्त हो रहे वित्त वर्ष में पाकिस्तान की आर्थिक वृद्धि दर 3.3 फीसदी रहने की उम्मीद है जो कि पूर्व सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्य 6.3 फीसदी का करीब आधा ही है.