नीतीश गिना रहे उपलब्धि, विपक्षी कस रहे कमर

सीएम नीतीश कुमार के लिए अररिया का उपचुनाव सामान्य नहीं है. क्योंकि इस सीट का परिणाम यह तय करने में मदद करेगा कि 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा के सामने उनकी स्थिति क्या और कैसी रहती है. इसलिए उपचुनाव के दौरान होने वाली सभाओं में नीतीश कुमार अपनी, सरकार की और राजग के साथ साझा शासनकाल की उपलब्धियां गिनाने से नहीं चूकते हैं. खासकर अररिया में मुस्लिम आबादी को देखते हुए वे इस समुदाय को स्पष्ट संदेश देते हैं, ‘राजग के शासनकाल के दौरान किए गए विकास कार्यों की किसी से तुलना नहीं हो सकती.

इसलिए आप लोग तय करें कि आपको ‘परफॉर्मर’ और ‘नॉन परफॉर्मर’ में से किसको चुनना है.’ वहीं, विपक्षी नेता राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को जेल भेजने के पीछे भाजपा की सोची-समझी चाल का आरोप लगाते हुए नीतीश कुमार पर हमले करते हैं. बीते दिनों जदयू के बागी नेता शरद यादव ने एक जनसभा में राजद प्रत्याशी के लिए वोट मांगते हुए लोगों से अपील की थी, ‘नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार ने लालू के खिलाफ साजिश की. आप चुनाव में डबल इंजन वाली इस सरकार के प्रत्याशी को हराकर इसका जवाब दें.’ शरद के अलावा राजद नेता तेजस्वी यादव भी सीएम नीतीश कुमार और पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनावी सभाओं में लालू प्रसाद यादव को लेकर हमले करते रहते हैं.