चौतरफा आलोचना का शिकार हो रही आम आदमी पार्टी को अंदर और बाहर दोनों तरफ से सब सहन करना पड़ रहा है.पार्टी के संस्थापक सदस्य कुमार विश्वास भी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं खासकर पार्टी संयोजक और सीएम अरविन्द केजरीवाल को निशाना बना रहे हैं .
बता दें कि यूपी के इटावा में एक कार्यक्रम में सोमवार को कवि डॉक्टर कुमार विश्वास ने आप के 20 विधायकों की सदस्यता रद्द होने पर कहा कि एक कार्यकर्ता होने के नाते मुझे अफसोस है, लेकिन वह अवैध है या वैध मैं उस पर टिप्पणी नहीं कर सकता, क्योंकि पिछले दो महीने पहले से ही पार्टी ने मुझसे दूरी बना ली थी. यही नहीं उन्होंने राष्ट्रपति की इस आप विधायकों को अयोग्य ठहराने की सिफारिश मंजूर करने के मामले पर भी कोई टीका टिप्पणी से इंकार कर दिया.
उल्लेखनीय है कि इस मौके पर कुमार विश्वास ने कहा कि यह हमारा संवैधानिक उत्तरदायित्व है कि राष्ट्रपति भवन पर टीका टिप्पणी न की जाए. इससे भारतीय अस्मिता पर सवाल उठता है. वहीं, आम आदमी पार्टी से राज्यसभा के टिकट न मिलने के सवाल पर विश्वास ने कहा एक कवि कभी हाशिये पर नहीं रहता.अपने बारे में बताते हुए कहा कि उन्होंने हमेशा गलत को गलत और सही को सही कहा है. पार्टी में आये हुए गुप्ता बंधुओ पर तंज कसते हुए विश्वास ने कहा कि इस समय पार्टी में अजगर वाले लोग आए हैं, जो शायद भीड़ को वोट में बदल कर 20 की 20 सीटें जिताकर आलोचकों का मुंह बंद कर देंगे.