उत्तर प्रदेश के मदरसों मेंराष्ट्र गान और स्वतंत्रता दिवस पर विडियोग्रफी जरूरी करने के बाद अब योगी सरकार ने मदरसों की छुट्टियों का कैलेंडर जारी किया है। इस कैलेंडर में मुस्लिम त्योहारों की छुट्टियों को कम करके दूसरे धर्म के त्योहारों पर भी छुट्टियां जरूरी की हैं।
इसके अलावा 10 विवेकाधीन अवकाश जोड़े गए हैं। ईद उल जुहा और मुहर्रम की एक साथ होने वाली 10 छुट्टियों में से 4 छुट्टियां कम की गई हैं। ये छुट्टियां संचित नहीं की जा सकेगीं।
मदरसा के अधिकारी ने बताया कि वह इस प्रस्ताव से नाखुश हैं। इस्लामिक मदरसा मॉर्डनाइसेसन टीचर्स असोसिएशन के अध्यक्ष एजाज अहमद ने बताया कि मदरसे धार्मिक संस्थाएं होती हैं। उन्हें अल्पसंख्यकों के त्योहारों पर कई छुट्टियां चाहिए होती हैं। अगर दूसरे धर्म के त्योहारों पर छुट्टियां जोड़ी जाएं तो उन लोगों को कोई आपत्ति नहीं हैं लेकिन उन लोगों के त्योहारों पर होने वाली छुट्टियों को काटना ठीक नहीं है।
यह सूचना जिला अल्पसंख्यक अधिकारी को भी दे दी गई है। उन्हें सख्त निर्देश दिए गए हैं कि अगर स्ततंत्रता दिवस पर और गणतंत्र दिवस पर मदरसों में पढ़ाई की जगह कार्यक्रमों का आयोजन सुनिश्चित करें।
मौलाना सैफ अब्बास ने बताया कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार के फैसले साफ दिखा रहे हैं कि वे लोग अल्पसंख्यकों के खिलाफ हैं। अल्पसंख्यकों का शोषण करके सरकार मदरसों पर बोर्ड का नियंत्रण करना चाहती है।