देश में व्हाट्सएप पर अफवाहों के बाद होने वाली हिंसा को लेकर केंद्र सरकार ने इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप को नोटिस भेजा था। इसके बाद कंपनी ने कदम उठाते हुए पिछले दिनों अखबारों में विज्ञापन जारी करते हुए लोगों को इस बात की जानकारी दी थी कि फर्जी मैसेज को कैसे पहचाने। इस दौरान कंपनी ने कहा था कि वो तकनीकी स्तर पर भी कुछ कदम उठाएगी और अब खबर है कि व्हाट्सएप ने भारत में मैसेज की लिमिट तय करने का फैसला लिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार व्हाट्सएप के भारत में यूजर अब कोई भी मैसेज एक बार में पांच चैट्स से ज्यादा को फॉरवर्ड नहीं कर पाएंगे। साथ ही कंपनी चैट के पास नजर आने वाले क्विक फॉरवर्ड बटन को भी हटाने की तैयारी में है। अपनी एक ब्लॉगपोस्ट में कंपनी ने लिखा है कि भारत में दुनिया के किसी भी देश के मुकाबले सबसे ज्यादा मैसेज, फोटो और वीडियो व्हाट्सएप पर फॉरवर्ड किए जाते हैं।
व्हाट्सएप का यह कदम केंद्र सरकार द्वारा गुरुवार को जारी दूसरे नोटिस के ठीक बाद आया है। जानकारी के अनुसार उन्माद और अफवाह फैलाने वाले संदेशों को रोकने में अब तक विफल रहे व्हाट्सएप से सरकार ने और सख्त उपाय करने को कहा है। व्हाट्सएप को भेजे अपने दूसरे पत्र में सरकार ने कहा है कि उसे इस तरह के उपाय करने होंगे जिससे जांच एजेंसियां अफवाह भरे संदेशों की पहचान कर सकें।
सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने कहा है कि जांच एजेंसियों की जरूरत पर व्हाट्सएप को अफवाह और उन्माद फैलाने वाले संदेशों के स्त्रोत का पता लगाने के उपाय करने होंगे। असामाजिक तत्व जब इस तरह के संदेश फैलाते हैं तब इसके लिए इस्तेमाल होने वाले माध्यम की भी जिम्मेदारी और जवाबदेही बनती है। ऐसे वक्त में चुप्पी साधना उस माध्यम को भी कानूनी कार्रवाई के दायरे में शामिल कर देगा।
इससे पहले सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने तीन जुलाई को व्हाट्सएप से कहा था कि कंपनी अपने प्लेटफार्म का गलत इस्तेमाल होने से रोके। उसी दिन व्हाट्सएप ने जवाब भेजकर फारवर्ड मैसेज की जानकारी उपलब्ध कराई थी, लेकिन उसके बाद ही महाराष्ट्र के बीदर में 32 वर्षीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर मोहम्मद आजम की हत्या व्हाट्सएप पर बच्चा चोरी के संबंध में फैले एक संदेश की वजह से हो गई। इसके बाद ही सरकार लगातार व्हाट्सएप की तरफ से किए जाने वाले उपायों पर विमर्श कर रही थी।