कुछ समय पहले ही गूगल ने दिल्ली में आयोजित गूगल फॉर इंडिया इवेंट में ये घोषणा की थी कि जियोफोन में गूगल असिस्टेंट उपलब्ध कराया जाएगा. जोकि गूगल असिस्टेंट पाने वाला दुनिया का पहला फीचरफोन होगा. अब खबर मिली है कि ज्यादा से ज्यादा एंड्रॉयड डिवाइसों में वर्चुअल पर्सनल असिस्टेंट उपलब्ध कराने के लिए गूगल ने गूगल असिस्टेंट को पुराने एंड्रॉयड 5.0 लॉलीपॉप ऑपरेटिंग सिस्टम (OS) पर उपलब्ध कराने की घोषणा की है.
आईएएनएस की खबर के मुताबिक, गूगल असिस्टेंट के कार्यक्रम प्रबंधक मकसिम मुखा ने एक बयान में कहा, ‘हम अब एंड्रॉयड लॉलीपॉप को भी उस लिस्ट में जोड़ रहे हैं, जिसके लिए गूगल असिस्टेंट उपलब्ध है. यह उन यूजर्स के लिए जारी किया जाएगा, जिन्होंने भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और ब्रिटेन में अपने फोन को अंग्रेजी भाषा में रखा है. इसके अलावा अमेरिका, मैक्सिको और स्पेन में स्पैनिश भाषा के यूजर्स के लिए भी यह उपलब्ध होगा.’
मुखा ने कहा, ‘गूगल असिस्टेंट इसके अलावा इटली, जापान, जर्मनी, ब्राजील और कोरिया के यूजर्स के लिए भी जारी किया जा रहा है.’ इस साल की शुरुआत में टेक्नोलॉजी दिग्गज ने अपना वॉयस असिस्टेंट एंड्रॉयड मार्समैलो ओएस के लिए गूगल प्ले सर्विसेज के साथ जारी किया था. इस दौरान, भारत में इंटरनेट अपनाने को प्रोत्साहित करने के लिए कंपनी ने इस महीने की शुरुआत में अपने हल्के ओएस एंड्रॉयड ओरियो (गो वर्जन) को जारी किया है.
Android Oreo Go एडिशन दरअसल Android 8.1 का एक हिस्सा है जिसे सस्ते स्मार्टफोन्स के लिए तैयार किया गया है. खास तौर पर यह उन स्मार्टफोन्स के लिए है जिनमें 512MB से लेकर 1GB तक की ही रैम होती है. इसमें गूगल के कई खास ऐप्स दिए गए हैं.
Android Oreo Go एडिशन में दिए गए ऐप्स को इस तरह कस्टमाइज किया गया है ताकि वो सस्ते स्मार्टफोन्स में तेजी से काम करें. इन ऐप्स में प्ले, जीबोर्ड, क्रोम, गूगल गो, गूगल ऐसिस्टेंट, यूट्यूब गो, जीमेल गो, गूगल मैप्स गो और फाइल्स गो शामिल हैं. साधारण शब्दों में समझें तो गूगल के जिस ऐप के बाद ‘गो’ लिखा है तो समझें कि वो सस्ते स्मार्टफोन्स और स्लो इंटरनेट के लिए कस्टमाइज किया गया है.