लखनऊ में सोमवार को रोड शो के जरिए उत्तर प्रदेश की राजनीति साधने मैदान में उतरीं कांग्रेस की महासचिव (पूर्वी उत्तर प्रदेश प्रभारी) प्रियंका गांधी वाड्रा के लिए मंगलवार से असल काम शुरू हो रहा है. मंगलवार यानी 12 फरवरी से लेकर 14 फरवरी तक तीन दिनों में 40 घंटों में 34 मीटिंग कर प्रियंका पूर्वी उत्तर प्रदेश की सियासी नब्ज टटोलेंगी और यह पता करने की कोशिश करेंगी कि इस इलाके में उनकी पार्टी कहां खड़ी है.
प्रियंका गांधी अगले तीन दिनों तक लोकसभा सीटवार लोगों से मुलाकात करेंगी. पूर्वांचल की हर एक संसदीय सीट के लिए एक-एक घंटे का समय निर्धारित किया गया है. इस दौरान वो लोकसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ विचार-विमर्श करेंगी.
जयपुर से लौटकर मिलेंगी कार्यकर्ताओं से
बता दें कि सोमवार को लखनऊ में रोड शो के बाद प्रियंका गांधी वाड्रा जयपुर चली गई थीं. जयपुर में मंगलवार को ईडी उनके पति रॉबर्ट वाड्रा और उनकी सास से पूछताछ करेगी. प्रियंका इस मौके पर कुछ वक्त अपने परिवार के साथ बिताने जयपुर गई थीं. लेकिन प्रियंका मंगलवार को जयपुर से लखनऊ लौटने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं से मिलेंगी.
प्रियंका का कार्यक्रम
मंगलवार को प्रियंका गांधी वाड्रा सबसे पहले मोहनलालगंज सीट के कार्यकर्ताओं के साथ करीब एक घंटे तक मीटिंग करेंगी. इसके बाद उन्नाव के कार्यकर्ताओं के लिए समय तय है. लंच के बाद वाराणसी, गोरखपुर, कौशांबी, फूलपुर, इलाहाबाद, चंदौली, गाजीपुर, धौरहरा, फतेहपुर और आखिर में लखनऊ के कार्यकर्ताओं से भेंट करेंगी. इसी तरह 13 और 14 फरवरी को प्रियंका गांधी वाड्रा पूर्वी उत्तर प्रदेश की अन्य सीटों के कार्यकर्ताओं और नेताओं से मिलेंगी.
लखनऊ में सोमवार को रोड शो के दौरान एयरपोर्ट से कांग्रेस मुख्यालय तक राहुल ने तीन अवसरों पर लोगों को संबोधित किया. लेकिन तीनों ही मौकों पर उनकी बहन और पार्टी महासचिव प्रियंका ने चुप्पी साधे रखी. कांग्रेस मुख्यालय में उम्मीद थी कि दिनभर की चुप्पी के बाद वे शाम को कुछ बोलेंगी, लेकिन वहां भी कांग्रेस की महासचिव प्रियंका ने चुप रहना ही बेहतर समझा. माना जा रहा है कि मंगलवार को प्रियंका मीडिया से बात कर सकती हैं.
रोड शो के दौरान राहुल ने साधा पीएम मोदी पर निशाना
लखनऊ में बहन प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ रोड शो के दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, “देश के चौकीदार ने उत्तर प्रदेश, दूसरे राज्यों और एयरफोर्स से पैसे चोरी किए. चौकीदार चोर है. उत्तर प्रदेश देश का दिल है. हम फ्रन्टफुट पर खेलेंगे. सिंधिया जी, प्रियंका जी और मैं तब तक नहीं थमेंगे जब तक कांग्रेस विचारधारा की सरकार राज्य में नहीं बन जाती.”
पूर्वी उत्तर प्रदेश में पार्टी को मजबूत बनाने की चुनौती
उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्से में स्थित वाराणसी, गोरखपुर, भदोही, इलाहाबाद, मिर्जापुर, प्रतापगढ़, जौनपुर, गाजीपुर, बलिया, चंदौली, कुशीनगर, मऊ, आजमगढ़, देवरिया, महराजगंज, बस्ती, सोनभद्र, संत कबीरनगर और सिद्धार्थनगर जैसे जिलों में पार्टी को मजबूत करना प्रियंका गांधी वाड्रा के लिए चुनौती है. इस इलाके में ब्राह्मण मतदाता भी अच्छी तादाद में हैं. किसी दौर में यह तबका कांग्रेस का मूल वोटबैंक था. कांग्रेस की राजनीति को करीब से जानने वाले बताते हैं कि प्रियंका के सहारे कांग्रेस इन्हीं वोटों को साधने की रणनीति पर काम कर रही है.