देश में पहली बार, ऐसी अनोखी शादी, देखी नहीं होगी। बारात 5 दिन के लिए ठहरी और हाथी पर दुल्हन विदा की गई, देखिए इस विवाह की अनोखी तस्वीरें।
राजस्थान के बूंदी इलाके में यह शादी देखने को मिली। शानौ-शौकत दिखाने के लिए नहीं, बल्कि लोगों को बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का संदेश देने के लिए एक परिवार ने अपनी बिटिया की बिंदौरी हाथी पर निकाली। दुल्हन का नाम मेखला और दूल्हे का अभिषेक असोपा।
29 नवंबर को यह शादी हुई और हाथी पर विदा हुई दुल्हन को पूरे शहर ने आशीर्वाद दिया। इंटेक के सचिव और एडवोकेट राजकुमार दाधिच ने अपनी बेटी का शादी का यह तोहफा दिया, जो उसके लिए जिंदगी भर यादगार बना रहेगा।
महाराष्ट्र के वर्धा से आई अभिषेक असोपा की बारात पांच दिन बूंदी में रुकी। बाराती भी बिंदौरी में शामिल रहे और हर किसी ने इस पहल का दिल से स्वागत किया। हाथी पर मेखला की बिन्दोरी को विदेशी पर्यटको में देखते रह गए।
बिंदौरी से पहले बासण सहित अन्य सभी वैवाहिक परम्पराएं निभाई गईं। फिर मेखला हाथी पर सवार होकर चारभुजा मंदिर स्थित बोराहेड़ा हवेली से नाहर का चोहटा, बालचंद पाड़ा होते हुए नवल सागर तट पर स्थित गजलक्ष्मी पहुंची।
मेखला इंटेक के सचिव एडवोकेट राजकुमार दाधीच की भतीजी हैं, पर बिटिया के तौर पर वे उसकी शादी कर रहे हैं। मेखला एमटेक हैं और राणाजी के उदयपुर में एक यूनिवर्सिटी में लेक्चरर रही हैं।
मेखला का कहना हैं, जिस तरह मेरे परिवार ने मुझे आगे बढ़ने में सहयोग दिया। वैसे ही दूसरे लोग भी अपनी बेटियों को आगे बढ़ाएं। मुझे गर्व हैं कि मैं चाचा की पहल बेटियों को बचाने का संदेश देने का माध्यम बनी।