मैं 18 वर्षीय बीए प्रथम वर्ष का छात्र हूं. कुछ दिनों से लगभग हर सप्ताह मुझे 1-2 बार रात में स्वप्नदोष हो जाता है. मेरे मित्र का कहना है कि मुझे जल्द से जल्द किसी डाक्टर से संपर्क करना चाहिए, नहीं तो मेरी सेहत पर बुरा असर पड़ेगा. क्या यह समस्या सचमुच इतनी गंभीर है? इस के लिए मुझे किस डाक्टर के पास जाना चाहिए? मैं ने कुछ वैद्यहकीमों के विज्ञापन भी देखे हैं जिन में स्वप्नदोष के इलाज का दावा किया जाता है. मेरा मन काफी विचलित है. राय दें कि मुझे क्या करना चाहिए?
जवाब
आप परेशान न हों. किशोर अवस्था से युवा उम्र में पांव रखते हुए जब हमारा शरीर सयाना हो जाता है, शरीर में सैक्स हारमोन का संचार होने लगता है, अंड ग्रंथियां शुक्राणु बनाने लगती हैं, प्रजनन प्रणाली में वीर्य बनने लगता है और पुरुषत्व के दूसरे शारीरिक गुण प्रकट हो जाते हैं. उस अवस्था में कुछ किशोरों और युवाओं में सोते समय यौन उत्तेजना जागृत होने पर स्वत: विसर्जित हो जाना बिलकुल सामान्य शारीरिक प्रक्रिया है. आम बोलचाल की भाषा में लोग इसे स्वप्नदोष के नाम से जानते हैं.
सच तो यह है कि यह कोई विकार नहीं है और इसे सामान्य शारीरिक क्रिया के रूप में ही देखा जाना चाहिए. तरूणाई से ले कर वृद्धावस्था तक यह शारीरिक घटना हर उम्र के पुरुष में देखी जाती है. असल में तो इसे स्वप्नमैथुन कहना अधिक उचित होगा. चूंकि इस का जुड़ाव कामुक सपनों से होता है, जो नींद से उठने पर प्राय: याद नहीं रहते. मनोविज्ञानी इसे कामेच्छाओं की निकासी का कुदरती रास्ता भी मानते हैं.
ध्यान रहे कि भूल कर भी वैद्यहकीमों के चक्कर में न पड़ें. कई वैद्यहकीम अपना उल्लू सीधा करने के चक्कर में अनावश्यक ही भ्रामक बातों में फंसा अनेक युवाओं का यौन जीवन खराब कर देते हैं.