लखनऊ। सीएम अखिलेश यादव ने आज गौरक्षा के मुद्दे पर पीएम मोदी की चुटकी लेते हुए कहा कि देर से ही सही उन्हें समझ तो आया। सीएम यहां कैबिनेट मीटिंग के बाद पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे।
विकास के मुद्दे से भटकाना चाहती है बीजेपी
उन्होंने कहा कि गौरक्षा का मुद्दा उठाकर बीजेपी विकास के मुद्दे को भटकाना चाहती है। गाय के नाम पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गौरक्षा पर बीजेपी के बारे में जनता सब समझती है। गाय किसानों के पास गांव में है, बीजेपी के किसी नेता के पास नहीं।
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि उनकी सरकार में हर तबके का विकास हुआ है, लेकिन विपक्ष फालतू के मुद्दे उठाकर जनता को गुमराह कर रही है, प्रदेश की जनता बीजेपी की चाल में फंसने वाली नहीं है। इस बार के विधानसभा चुनाव में उन्हें इसका जवाब मिल जाएगा।
कैबिनेट के अहम फैसले
- पीजीआई की तर्ज पर केजीएमयू कर्मियों को वेतन।
- कर्मचारियों के HRA में 30 फ़ीसदी इजाफा।
- कौशल विकास के लिए अलग से इंस्टिट्यूट का गठन होगा।
- इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन को फ्री में 1.62 हेक्टेयर जमीन देने पर सहमति बनी।
- हथकरधा निगम, उपिका, खादी ग्रामोद्योग बोर्ड से प्रमाणित संस्थाओं से क्रय अनिवार्यता की समय सीमा में वृद्धि के प्रस्ताव पर मूहर लगी।
- हस्तशिल्प प्रादेशिक पुरस्कार की राशि में बढ़ोत्तरी।
- एक्सप्रेस-वे पर कंसल्टेंट से अतिरिक्त काम लेने का प्रस्ताव पास
- एनटीपीसी की दादरी और औरेया गैस आधारित परियोजनाओं को नैचुरल गैस पर वैट और प्रवेश कर में छूट।
- मिर्जापुर में वेलस्पन के एनर्जी के प्रस्तावित 1230 मेगावाट की क्षमता के बिजली घर के लिए सिंचाई विभाग द्वारा पानी देने को मंजूरी।