वर्ल्ड पंजाबी ऑर्गेनाइजेशन (World Punjabi Organisation) ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से अफगानिस्तान में लगातार बिगड़ रहे हालात को देखते हुए 257 अफगान सिख और हिंदू परिवारों को काबुल से जल्द से जल्द निकालने का आग्रह किया है। संगठन के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष विक्रमजीत सिंह साहनी ने एक बयान में कहा कि अफगान मूल के सिखों और हिंदुओं को सुरक्षित वापस लाना अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि उनकी जान खतरे में है।
बयान के मुताबिक, संगठन अफगानिस्तान से आने वालों के पुनर्वास के लिए जरुरी सहयोग करने के लिए तैयार है और उन्हें नि:शुल्क रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। साहनी ने गत वर्ष काबुल, गजनी, जलालाबाद से और अफगानिस्तान के अन्य इलाकों से 500 हिंदू और सिख परिवारों को निकालने के लिए तीन चार्टर्ड विमान भेजे थे। बयान के अनुसार, उन्होंने भारत आ चुके लोगों को दीर्घकालिक वीजा देने के लिए गृहमंत्री का आभार प्रकट किया और उनसे आग्रह किया कि गत वर्ष लागू नागरिकता संशोधन अधिनियम के तहत ऐसे लोगों को नागरिकता दी जाए।
अफगानिस्तान में दो दशक से जारी लड़ाई से अमेरिकी और नाटो बलों की औपचारिक रूप से वापसी के महज कुछ हफ्ते पहले तालिबान ने शुक्रवार को चार और प्रांतों की राजधानियों पर कब्जा करते हुए देश के समूचे दक्षिणी भाग पर अपना नियंत्रण स्थापित कर लिया और धीरे-धीरे काबुल की ओर बढ़ रहा है।