केला जब पकता है तो यह पीला हो जाता है. लेकिन, जब यह ज्यादा पक जाता है तो धीर-धीरे इसका रंग भूरा होने लगता है.
केले (Banana) में पोटैशियम और विटामिन की भरपूर मात्रा होती है. इसके अलावा भी इसमें कई तरह के पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर के लिए बेहद जरूरी है. इसी वजह से हम सभी केले को अपने खाने में शामिल करते हैं. अगर आप रोजाना केला खाते हैं तो हार्ट अटैक की संभावना बहुत हद तक कम हो जाती है. इसके अलावा भी इसके कई अन्य फायदे हैं. आज वर्ल्ड बनाना डे (World Banana Day) है. इस विशेष दिन आपको सड़े हुए केले के फायदे के बारे में बताने जा रहे हैं. दरअसल, केले का रंग जैसे ही भूरा होने लगता है, हम उसे सड़ा हुआ मानकर फेक देते हैं.
लेकिन, इस आर्टिकल में आपको बताने जा रहे हैं कि सड़ा हुआ केला भी बहुत काम का होता है. अगर इसका खाने में इस्तेमाल किया जाए तो कई बीमारियों से छुटकारा मिल सकता है. रंग के आधार पर केले चार रंग के होते हैं. केला सड़ा है, पका है या कच्चा है इसके बारे में इसके रंग से ही पता चलता है. अगर केले का रंग हरा है तो यह कच्चा होता है. इसका इस्तेमाल सब्जी के तौर पर भी किया जाता है.
जैसे-जैसे यह पकने लगता है, इसका रंग पीला होने लगता है. जब यह ज्यादा पक जाता है तो इसके छिलके पर भूरे-भूरे धब्बे आने लगते हैं. अगर इस दौरान भी इसे खाने में नहीं इस्तेमाल किया गया तो यह ज्यादा पक कर सड़ने लगता है. सड़ने के दौरान इसके छिलके का रंग पूरी तरह भूरा हो जाता है.