लंदन। पूर्व विम्बल्डन चैंपियन मैरियन बार्टोली इतनी ज्यादा दुबली हो गई हैं कि विम्बल्डन के आमत्रंण महिला युगल मुकाबले में खेलने की उनकी स्थिति नहीं थी। मजबूरन उन्हें नाम वापस लेना पड़ा। तेजी से घटते वजन के कारण उन्हें मौत का डर सता रहा है। इसके लिए वे भारत को दोषी मानती हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि यहीं वे किसी बैक्टीरिया से ग्रसित हुई हैं।
31 साल की बार्टोली ने कहा मेरा शरीर अधिकांश चीजों को स्वीकार नहीं कर रहा। न मैं खाना खा पाती हूं, न इलेक्ट्रानिक उपकरण चला पाती हूं। मैं बिना दस्ताने पहने अपने मोबाइल पर टाइप भी नहीं कर पाती, न ही आभूषण पहन पाती हूं क्योंकि इससे मेरी चमड़ी में एलर्जी हो जाती है। मैं चेहरे पर क्रीम लगाने से भी डरती हूं। यकीन नहीं करेंगे कि हाथ धोने के लिए भी मुझे मिनरल वॉटर लगता है क्योंकि मैं सादा पानी इस्तेमाल नहीं कर पाती।
बार्टोली के अनुसार डॉक्टरों ने परीक्षण करने के बाद बताया कि किसी अनाम बैक्टीरिया से ग्रसित हैं। फ्रांसीसी खिलाड़ी ने कहा- मैं फरवरी में भारत गई थी। मुझे लगता है कि यहीं पर मुझे बैक्टीरिया ने अपनी गिरफ्त में लिया। इसके बाद मैंने विमान से लंबी यात्रा की। हो सकता है कि यहां भी संक्रमण हो। मैं बहुत दुखी हूं कि विम्बल्डन में मैच नहीं खेल सकी। मेरा जीवन एक दुस्वप्न की तरह है। मुझे अपनी मौत का डर सताता है। मुझे मदद की जरूरत है। मैं प्रार्थना करती हूं कि जल्द ही मेरा जीवन सामान्य हो जाएगा।
भारत को लेकर झूठ बोल रहीं हैं फ्रांसीसी खिलाड़ी!

बार्टोली जनवरी 2015 में मुंबई मैराथन में बतौर ब्रांड एंबेसडर भारत आई थीं। तब वे काफी मोटी थीं। इसके बाद वे पिछली बार फरवरी 2016 में नई दिल्ली आई थीं। जहां उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान फ्रेंच ओपन ट्रॉफियों का अनावरण किया था। इस दौरान भी वे काफी दुबली दिख रहीं थीं। उनकी आंखों के नीचे झुर्रियां थीं। ऐसे में उनका यह कहना कि बैक्टीरिया से वे भारत में ग्रसित हुई यकीन करने योग्य नहीं लगता।
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