नई दिल्ली: सीरिया जा रहा रूसी टीयू-154 सैन्य विमान रविवार को काला सागर (ब्लैक सी) में दुर्घटनाग्रस्त होकर गिर गया। विमान में 92 लोग सवार थे, सभी के मारे जाने की पुष्टि हो गई है।
विमान में संगीत दल के सदस्य, पत्रकार और सैनिक सवार थे। राष्ट्रपति पुतिन ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने सोमवार का दिन राष्ट्रीय शोक का दिन घोषित किया है। इस बीच काला सागर के सोची तट से कुछ दूरी पर समुद्र में करीब 70 मीटर की गहराई से दस शवों को निकाला गया है। इस हादसे पर सीरिया के राष्ट्रपति ने भी शोक जताया है। उन्होंने अपने संदेश में कहा कि वह दुख की इस घड़ी में रूस और सभी मारे गए जवानों के परिजनों के साथ हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इस हादसे से सीरिया में जारी जंग और रूस की भागीदारी पर कोई फर्क नहीं पड़ेेगा।
हाल ही में साइबेरिया में हुई एक अन्य रूसी सैन्य विमान की दुर्घटना में 39 लोग घायल हुई थे। रूसी रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार विमान सुबह 5.40 बजे एडलर सैन्य अड्डे से सीरिया के लिए रवाना हुआ था। विमान में सेना के संगीत दल रेड आर्मी चोइर के 60 कलाकार, कुछ सैनिक और सरकार द्वारा संचालित टीवी चैनल के नौ पत्रकारों समेत 84 लोग सवार थे। विमान में चालक दल समेत आठ क्रू मेंबर भी थे। संगीत दल के सदस्यों को सीरिया स्थित रूसी एयरबेस में आयोजित नए साल के कार्यक्रम में हिस्सा लेना था। विमान उड़ान के कुछ देर बाद ही रडार से गायब हो गया। बाद में हुई तलाश में इसका मलबा तटवर्ती शहर सोची से डेढ़ किलोमीटर दूर काला सागर में पाया गया। मलबा पानी के नीचे 70 मीटर की गहराई में पड़ा है। यह विमान सन 1983 में बना था। दुर्घटनाग्रस्त विमान पश्चिमी सीरिया के हेमीमिम एयरबेस के लिए नियमित उड़ान पर था।
इस एयरबेस से रूसी लड़ाकू विमान उड़कर राष्ट्रपति बशर अल असद के विरोधी लड़ाकों पर हमला करते हैं। इस दुर्घटना की शुरुआती जांच में तकनीकी गड़बड़ी को ही जिम्मेदार माना जा रहा है। सैन्य विमान टीयू-154 पहले भी कई बार दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं। जांच के लिए रक्षा मंत्रालय का उच्चस्तरीय दल घटनास्थल पर भेज दिया गया है। उप रक्षा मंत्री पावेल पोपोव भी एडलर पहुंच गए हैं। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने दुर्घटना पर दुख जताया है और एक दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है।