नई दिल्ली: कांग्रेस कर्नाटक में अपने विधायकों की संख्याबल के भरोसे दो राज्यसभा सीटें जीतने की स्थिति में है, लेकिन पार्टी ने यहां नया सियासी दांव चलकर राज्य में तीन सीटें जीतने की तैयारी में है. पार्टी के आंतरिक सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस देवेगौड़ा के नेतृत्व वाली जेडीएस के 7 एमएलए को तोड़ने की कोशिश में है. कांग्रेस ने इन विधायकों को आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट दे सकती है. कांग्रेस ऐसा करने पर तब उतारू हो गई, जब देवेगौड़ा और उनके बेटे कुमार स्वामी ने कांग्रेस के राज्यसभा कैंडिटेट को समर्थन देने से इनकार कर दिया. देवेगौड़ा ने किसी ताकतवर बिजनेसमैन को एक सीट पर उतारने का फैसला किया है. वहीं, बीजेपी के पास सिर्फ एक ही कैंडिडेट को राज्यसभा में भेजनेे के लिए विधायक हैैं.
कांग्रेस और जेडीएस के बीच खींचतान
राज्यसभा चुनाव में एक कैंडिडेट को पहली वरीयता में 44 वोट चाहिए. कांग्रेस के पास 122 एमएलए हैं, जिनमें से 88 विधायक 2 राज्यसभा सदस्य चुन सकेंगे. कांग्रेस को तीसरा राज्यसभा सदस्य चुनने के लिए इनमें से शेष 34 एमएलए के अलावा 10 अन्य विधायकों का समर्थन चाहिए. इसके लिए कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व और कर्नाटक कांग्रेस के नेता 30 विधायकों वाली जेडीएस के टॉप लीडर्स को मनाने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि, देवेगौड़ा और कुमार स्वामी चाहते हैं कि कांग्रेस 34 विधायकों का समर्थन उनकी पार्टी जेडीएस के राज्यसभा उम्मीदवार को मिले. इन दोनों जेडीएस नेताओं का मानना है कि हाल ही में होने जा रहे विधानसभा चुनाव में त्रिशंकु की स्थिति बनती है तो कांग्रेस को जेडीएस के समर्थन की जरूरत होगी.
कांग्रेस ने बनाया प्लान बी
जेडीएस दो बड़े बिजनेसमैन-वीएम फारूक और वीरन्ना रेड्डी में से किसी एक को राज्यसभा चुनाव में उतार सकती है. जेडीएस की तैयारी देखते हुए कांग्रेस ने इस अंतिम राज्यसभा चुनाव में इसकी काट का प्लान बी तैयार कर लिया है. इसमें कांग्रेस जेडीएस के नामित प्रत्याशी फारूक के खिलाफ एक पूर्व डीजीपी को उतार कर हराने की तैयारी में है. जेडीएस को लेकर कांग्रेस के कुछ नेताओं ने सीएम सिद्धरमैया के डील करने का विरोध किया है. इससे ऐसा लगता है कि कांग्रेस अपने प्लान पर मजबूती से जुटी हुई है.
ये है कांग्रेस का गणित
कांग्रेस के अंदर के सूत्रों के मुताबिक, राज्यसभा की वोटिंग में कांग्रेस बाहर से अतिरिक्त वोट जुटा सकती है. इनमें से जेडीएस के 7 विधायक हैं, ये विधायक जेडीएस से निष्कासित हैं. एक बीएसआर कांग्रेस एमएलए, एक केजेपी एमएल और एक कर्नाटका मक्कला पक्ष एमएल है, जो हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुआ है. इनसे कांग्रेस तीसरी राज्यसभा सदस्य को जितवाने में कम पड़ रहे 10 वोट जुटा सकती है.
कर्नाटक विधानसभा में ये हैं स्थिति
पार्टी विधायक
कांग्रेस – 122
बीजेपी – 43
जेडी(एस) – 37
बीएसआर(सी) – 3
केजेपी – 2
केएमपी – 1
स्वतंत्र – 8
स्पीकर – 1
नामांकित – 1
रिक्त – 7
कुल – 225