गर्मियों के मौसम में घरों में बहुत-सी छिपकलियां आ जाती है. कुछ लोग गर्मी से बचने के लिए घर की छतों पर या जमीन पर ही बिस्तरा बिछा के सोते हैं. ऐसे में कई बार किसी सदस्य को छिपकली काट लेती है. छिपकली बहुत जहरीली और खतरनाक होती है और इसके काटने से हुए जख्म का तुरंत इलाज करवाना चाहिए नहीं तो जान को खतरा हो सकता है. लेकिन कई बार रात में डॉक्टरी सहायता नहीं मिल पाती तो ऐसे में कुछ घरेलू इलाज करने चाहिए जिससे इन्फैक्शन नहीं होगी और जहर नहीं फैलेगा.
1- छिपकली के काटने पर तुरंत काटे हुए स्थान पर डेटॉल साबुन लगाकर पानी से धोना चाहिए. इससे जहर नहीं फैलेगा.
2– कई बार ज्यादा जोर से काटने पर छिपकली का दांत भी जख्म में रह सकता है. इसलिए उसे ध्यान से देखें अगर ऐसा है तो पल्कर की सहायता से दांत को बाहर निकालें.
3– जख्म से खून निकले तो उस जगह को ज्यादा हिलाना-जुलाना नहीं चाहिए. इससे ब्लड फ्लो तेज हो जाएगा और खून बहना बंद नहीं होगा.
4– कुछ लोग घाव को साफ करने के लिए उस पर एल्कोहल या हाइड्रोजन पेरॉक्साइड का इस्तेमाल करते हैं लेकिन इससे स्किन को नुकसान होता है.
5– जहां छिपकली नें काटा हो उस जगह को गर्म पानी में 20 मिनट तक डुबो कर रखें इससे इंफैक्शन नहीं होगी.
6– जख्म को अच्छी तरह साफ करने के बाद इस पर कोई एंटीबायोटिक क्रीम लगाएं.
7– डॉक्टर की सलाह से टेटनेस का इंजैक्शन लगवाना बहुत जरूरी है.
8– घाव पर सूजन आ जाए तो उस पर बर्फ की सिकाई करें लेकिन जख्म के ऊपर बर्फ नहीं लगानी चाहिए.
9– जख्म को खुला ही रहने दें. इस पर पट्टी बांधने से यह गल जाता है और जल्दी ठीक नहीं होता.