
ऑनलाइन सेक्स फिल्मों को देखना एक बीमारी माना जाता है, अगर एक बार कोई इसका आदी हो गया तो इसकी चंगुल से बाहर नहीं निकल पाता है और हमेशा इसके बारे में ही सोचता है।

अब तक माना जाता था कि पुरुष इंटरनेट पर सेक्स की फिल्में बहुत देखते हैं। लेकिन हाल ही में हुए एक अध्ययन में यह बात सामने आयी है इस मामले में भी महिलायें पुरुषों से कम नहीं हैं। पुरुषों की तुलना में महिलायें भी सेक्स फिल्में ऑनलाइन देखते हैं। इस लेख में विस्तार से जानिये इस नये शोध के बारे में।

इंटरनेट पर पोर्न फिल्मों को देखना और उनका आदी बन जाना साइबरसेक्स कहलाता है। यह एक प्रकार की मानसिक समस्या है, जिससे ग्रस्त लोग पोर्न फिल्मों के आदी हो जाते हैं, लेकिन वे ऑनलाइन पोर्न फिल्मों को देखना अधिक पसंद करते हैं। उनकी चाहत ये होती है कि वे नई अपलोडेड फिल्मे ही देखें।

टेलीग्रॉफ में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, 17 प्रतिशत महिलाओं ने माना है कि वे ऑनलाइन पोर्न फिल्मों को देखने की आदी बन चुकी हैं। जर्मन में हुए इस शोध के अनुसार इस लत की शिकार महिलायें ‘हाइपरसेक्सुअल’ हो जाती हैं, यह एक प्रकार की सेक्स संबंधित बीमारी है, जिसकी शिकार महिलायें ज्यादातर वक्त पोर्न से जुड़ी गतिविधियों में लगाती हैं।

ऐसी महिलायें या तो सेक्स फैंटेसीज के बारे में सोचती हैं या फिर सेक्स के बारे में बाते करती रहती हैं। शोधकर्ताओं ने शोध में यह भी पाया कि ऐसी महिलायें ज्यादातर मास्टरबेशन या संकीर्णता में ग्रस्त रहती हैं। पोर्नोग्रॉफी की फिल्में इंटरनेट का ट्रैफिक बढ़ाती हैं। जो कि सामान्य साइटों की तुलना में कहीं अधिक होती हैं।

इस शोध के परिणाम में वैज्ञानिकों ने यह पाया कि जो महिलायें हीट्रोसेक्सुअल होती हैं वो इंटरनेट पर रोज नये तरह के पोर्न वीडियो की तलाश करती रहती हैं। ऐसी महिलायें इंटरनेट पाते ही पोर्न वीडियो की तलाश में लग जाती हैं। उनको सबसे अधिक जरूरी काम यही लगता है, इसके आगे हर काम को वे नजरअंदाज कर देती हैं।

इस समस्या से ग्रस्त महिलायें पोर्न फिल्मों की खोज के लिए यह ध्यान नहीं देती हैं कि वे कहां हैं। इस शोध में कुछ महिलाओं ने यह भी माना कि ऑफिस में ज्यादातर समय वे पोर्न वीडियो देखती हैं। उन्हें अन्य कामों की तुलना में यह काम अधिक पसंद आता है।
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