कोरोना वायरस महामारी के दौर में बहुत ज्यादा सामान्य गतिविधि नहीं की जा सकती है. असाधारण समय में जब तब बेचैनी होना आम बात हो गई है. मगर उचित खानपान से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार लाया जा सकता है.
आहार और तनाव पर शोध में खुलासा
तनाव और खानपान के व्यवहार पर शोध किया गया तो पता चला कि समग्र आहार से मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ाया जा सकता है. खासकर आसानी से पचनेवाला खाना तनाव कम करने में मददगार साबित होता है. अक्सर देखा गया है कि भूख या ऊर्जा की कमी के बावजूद लोग स्नैक्स, फास्ट फूड खाना पसंद करते हैं. आहार और तनाव पर किए गए शोध से पता चला कि असंतुलित खानपान का पैटर्न तनाव को बढ़ा सकता है. यहां कुछ ऐसे उपाय बताए जा रहे हैं, जिससे तंत्रिकाओं को शांत रखने में मदद मिल सकती है.
समग्र आहार से तनाव रोका जा सकता है
एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर जैसे बेरी, विटामिन C, E के लिए कद्दू, तरबूज को आहार में शामिल किया जा सकता है. इससे मस्तिष्क को सुचारू रूप से कार्य करने में मदद मिलती है. साथ ही मस्तिष्क में उठने वाले ऑक्सीडेटिव तनाव के खिलाफ कवच बनता है. डॉर्क चॉकलेट और हल्दी दूध का इस्तेमाल कर एंटीऑक्सीडेंट्स को काबू किया जा सकता है.
दूध में विटामिन D और हल्दी में करक्यूमिन होता है. शोध से ये भी खुलासा हुआ है कि विटामिन B का तंत्रिका तंत्र पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. सभी विटामिन B युक्त भोजन जैसे मछली, अंडा और सब्जी बेचैनी को कम करने में सहायक होते हैं. अंत में सबसे अहम बात ये है कि रात में अच्छी नींद दिमाग को शांत रखने में कभी नाकाम नहीं होती है.