आर्थिक संकट से जूझ रही एयरलाइन कंपनी जेट एयरवेज के पायलटों के संगठन ने बकाया वेतन के भुगतान मामले में कानूनी रास्ता अपनाने की धमकी दी है. दरअसल, घरेलू पायलटों के संगठन नेशनल एविएटर्स गिल्ड (एनएजी) ने एयरलाइन को कानूनी नोटिस जारी कर बकाया वेतन के भुगतान के लिए प्रबंधन को 14 अप्रैल तक का समय दिया है.
एनएजी ने कानूनी नोटिस में कहा, ‘‘कर्मचारियों ने जेट एयरवेज के प्रबंधन से बकाये वेतन के भुगतान के लिए 14 अप्रैल और आगे से वेतन भुगतान हर महीने की पहली तारीख करने को कहा है.
ऐसा नहीं होने पर कर्मचारी वेतन भुगतान को लेकर सभी संवैधानिक और कानूनी कदम उठाएंगे.’’ एयरलाइन के पायलट बकाया वेतन के मामले में पिछले कुछ माह से नरम रुख अपनाये हुए थे.
पायलटों के संगठन एनएजी ने वेतन भुगतान में देरी के कारण एक अप्रैल से विमान नहीं उड़ाने की धमकी दी थी. बाद में इसे टालकर 14 अप्रैल कर दिया गया.
इस बीच, एयरलाइन के मुख्य कार्यकारी विनय दुबे ने कर्मचारियों को भेजे संदेश में कहा कि प्रबंधन एयरलाइन की समाधान योजना के मामले में लगातार बैंकों के गठजोड़ के साथ काम कर रहा है. बता दें कि नकदी समस्या से जूझ रही जेट एयरवेज के पायलटों के साथ इंजीनियर और वरिष्ठ कार्यकारियों को पिछले 3 महीने से वेतन नहीं मिला है.
जेट एयरवेज की सिर्फ 32 उड़ानें
इस बीच जेट एयरवेज की दैनिक उड़ानों की संख्या घटकर 32 रह गई है. इसमें 16 आगमन और 16 प्रस्थान उड़ानें शामिल हैं. जेट एयरवेज की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक मंगलवार को कंपनी के सिर्फ 22 विमानों ने उड़ान भरी.
कंपनी के इन 22 विमानों में से 16 घरेलू मार्ग और बाकी अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर चलाए गए.