क्या आपको पता है कि कार डीलर आपको किस तरह से चूना लगाता है और उसके पास आपसे अतिरिक्त पैसा वसूलने के कौन-कौन से तरीके हैं? आज हम आपके यही बताने जा रहे हैं कि नई कार खरीदते समय आप कहां-कहां बचत कर सकते हैं।
1. अगर आप नई कार खरीदते समय पुरानी कार एक्सचेंज करते हैं तो कार डीलर आपको नई कार बेचकर तो पैसा कमाता ही है, साथ ही आपकी पुरानी कार खरीदने से भी उसे फायदा होता है और उसी कार को किसी और ग्राहक को बेचकर वह फिर प्रॉफिट कमा लेता है। इसलिए कभी भी कार को डीलर से एक्सचेंज ना करें, हमेशा ओपन मार्केट में ही बेचें। यहां आपको ज्यादा कीमत मिलेगी।
2. हर कार सेल्समैन और डीलर के पास कार बिक्री का टारगेट होता है जो महीना पूरा होने तक पूरा करना होता है। इसलिए कार खरीदेन महीने के आखिरी दिनों में जाएं। आपको मोल-भाव करना भी सीखना चाहिए। जितना हो सके पैसे कम करा लें।
3. कभी भी किसी मॉडल को लेकर ज्यादा उतावला पन ना दिखाएं। ऐसे देखकर सेल्समैन आपसे ज्यादा पैसे वसूल लेगा। सेल्समैन को फाइनेंस और इंश्योरेंस में भी कमीशन मिलता है। इसमें भी ज्यादा से ज्यादा मोलभाव करें।
4. ऐसी कारों पर डिस्काउंट नहीं मिल पाता जो वेटिंग में चल रही हैं या ऐसा कलर जो शोरूम में उपलब्ध नहीं है। ऐसे में अगर आप शोरूम में उपलब्ध मॉडल को ही सिलेक्ट करते हैं तो आप ज्यादा से ज्यादा पैसे बचा पाएंगे।
5. सबसे आखिरी बात है सेल्समैन की बातों में ना आएं। कई सेल्समैन कहते हैं कि वो कार के साथ आपको इंटीरियर कारपेट, सीट कवर्स, स्टीरियो सिस्टम, पार्किंग सेंसर और ना जाने कितनी चीजें मुफ्त में दिला देंगे। उदाहरण के तौर पर वो कहते हैं कार के साथ 60 हजार की एसेसरीज मुफ्त दे रहे हैं तो आपको एसेसरीज की जगह इतनी कीमत का डिस्काउंट मांग लेना चाहिए। एसेसरीज बाहर से लगवाएं।