सेंसर बोर्ड ने जो नया रूल पेश किया है, वह फिल्म मेकर्स के लिए थोड़ी समस्या को बढ़ाने वाला है. दरअसल, बोर्ड ने तय किया है कि अब से बिना NOC लिए स्क्रीन पर मोबाइल नंबर्स नहीं दिखाए जाएंगे. वैसे इस फैसले से उन लोगों को राहत जरूर मिलेगी जिनके नंबर महज तुकबंदी के आधार पर पर्दे पर दिख जाते थे.
नंबर लेने वाले होते थे परेशान
अभी तक जो नंबर्स स्क्रीन पर दिखाए जाते थे, उनको लेकर थोड़ा बहुत विवाद उठ ही जाता था. दरअसल, रैंडम नंबर दिखाने के चक्कर में कई बार किसी व्यक्ति का नंबर तमाम दर्शकों में सर्कुलेट हो जाता था. इससे नंबर वाले व्यक्ति को सभी फोन करते थे जिससे भले ही कुछ समय के लिए, लेकिन उनकी लाइफ डिस्टर्ब हो ही जाती थी.
बोर्ड ने उठाया कदम
डीएनए की एक खबर के मुताबिक, स्क्रीन पर दिखने वाले नंबर से परेशान होने वाले लोगों की शिकायतों के आधार पर सेंसर बोर्डकी ओर से ये कदम उठाया गया है. इसके अनुसार, जो भी नंबर अब से पर्दे पर दिखाया जाएगा, उसके लिए नंबर के मालिक से NOC लेना होगा.
हालांकि गौर करने वाली बात ये भी है कि आज कल स्क्रीन पर मोबाइल नंबर अवल तो दिखाए नहीं जाते या फिर इनको 10 की बजाय कम अंकों का बताया जाता है. या सीरीज ही बदल दी जाती है.
वहीं सीबीएफसी चीफ पहलाज निहलानी ने IIFA के आयोजकों को कार्यक्रम के दौरान उनका मजाक बनाने के लिए कानूनी नोटिस भेजा है. निहलानी ने आरोप लगाया है कि एक्ट के दौरान रितेश देशमुख और मनीष पॉल ने उनकी तस्वीरों का दुरुपयोग किया है और उन्हें वॉचमैन भी कहा है.
नोटिस में आईफा आयोजकों से माफी मांगने के लिए कहा है. साथ ही ऐसी हरकत भविष्य में ना करने के वादा की भी मांग की है. नोटिस में इस बात की भी शिकायत की गई है कि साल 2016 में भी एक एक्ट के दौरान फरहान अख्तर और शाहिद कपूर ने उन पर अपमानजनक टिप्पणी की थी और ऐसे एक्ट्स पर रोक लगनी चाहिए.