साल 2002 में दो साध्वियों से बलात्कार के दोषी गुरमीत राम रहीम को सीबीआई कोर्ट ने बीते दिन 20 साल की सजा सुनाई. जिसके बाद देशभर से दोषी राम रहीम को लेकर तमाम हस्तियों की प्रतिक्रिया भी सामने आ रही है. इस लिस्ट में एक नाम जुड़ गया है अकसर बेबाकी से और खुलकर अपनी बात रखने वाले गौतम गंभीर का.आइये पहले समझते हैं कि ये पूरा मामला है क्या?
गुरमीत राम रहीम को 25 अगस्त को 2002 में दो साध्वियों से बलात्कार के मामले में दोषी करार दिया गया था. जिसके बाद देश के कई राज्यों में डेरा सच्चा के समर्थकों ने जमकर आगजनी और उपद्रव मचाया. जिसमें करीब 35 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी. लेकिन इसके बाद स्थिती को नियंत्रण में लिया गया और स्थिति काबू में हो पाई.
इस पूरे मामले में 28 अगस्त यानी बीता दिन बहुत अहम था. कल सीबीआई कोर्ट ने इस गंभीर मामले में राम रहीम को 20 साल की सजा सुनाई.
सज़ा के रूप में जज ने राम रहीम को दोनों पीड़ितों को 14-14 लाख रुपये मुआवजा देने का आदेश भी दिया है.
इस पूरे मामले पर टीम इंडिया के बल्लेबाज़ गौतम गंभीर ने ट्वीट कर कहा, ‘इस अपराध को उजागर करने वाली पीढ़ित महिला, सीबीआई अदालत और जस्टिस सिंह को सलाम.’
लेकिन बधाई संदेश के साथ गंभीर ने अपने इस ट्वीट में एक गंभीर मुद्दे पर भी प्रकाश डालने की कोशिश की. उन्होंने कहा, ‘अब कोर्ट में रेप के बाकी बचे 1 लाख 37 हज़ार और 458 केसों को भी जल्द से जल्द इंसाफ मिलना चाहिए. वो भी हमारा हिस्सा हैं.’
कल सजा सुनाने के दौरान कोई नरमी बरतने से इनकार करते हुए सीबीआई की विशेष अदालत के जज जगदीप सिंह ने कहा कि पीड़ित लड़कियों ने डेरा प्रमुख को भगवान माना, लेकिन उसने गंभीर धोखा किया.
सीबीआई अदालत के जज ने कहा कि एक ऐसे व्यक्ति को नरमी पाने का कोई हक नहीं है जिसे न तो इंसानियत की चिंता है और न ही उसके स्वभाव में दया-करूणा का कोई भाव है. उन्होंने कहा कि किसी धार्मिक संगठन की अगुवाई कर रहे व्यक्ति की ओर से किए गए ऐसे आपराधिक कृत्य से देश में सदियों से मौजूद पवित्र आध्यात्मिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक संस्थाओं की छवि धूमिल होना तय है.
राम रहीम को दोषी करार दिए जाने के बाद से सिरसा में कर्फ्यू लगा हुआ था जिसमें अब ढील दी गई है. हरियाणा सरकार ने सिरसा में आज सुबह सात से शाम सात बजे तक कर्फ्यू में ढील दी है. बता दें कि सिरसा राम रहीम का गढ़ माना जाता है.
इस पूरे मामले में राम रहीम को सज़ा मिलने के बाद पीड़िता ने सामने आकर कहा, ”मुझे इंसाफ मिला है. पीड़िता ने ये भी कहा है कि न मैं पहले डरी थी और न मैं आज डरी हुई हूं.”